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विनिर्मित पूंजी

इंडियनऑयल में हमारा अच्छा निष्पादन भारत की ऊर्जा जरूरतें उत्तरदायित्वपूर्ण तरीके से पूरी करने के लिए हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता तथा हाइड्रो कार्बन उद्योग की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला में हमारी मौजूदगी का परिणाम है| हमारी विनिर्मित पूंजी में सर्वोत्कृष्ट, विविधतापूर्ण आस्तियां और एक एकीकृत परिचालन मॉडल शामिल है, जो हमें परिचालन माहौल में अस्थिरता के बावजूद सतत और निरंतर निष्पादन में सक्षम बनाता है|

9

रिफ़ाइनरियां

15,000+ किमी

पाइपलाइन

58,000+

मार्केटिंग टच पॉइंट

कवर किए गए एसडीजी

01 रिफाइनिंग

भारत की रिफाइनिंग क्षमता के लगभग 28% हिस्से के साथ इंडियनऑयल तेल रिफाइनिंग और मार्केटिंग में आत्मनिर्भरता हासिल करने के भारत सरकार के ध्येय को पूरा करने के लिए काम करता रहा है| हमने देशभर में रणनीतिक रूप से नौ रिफाइनरियां लगाई हैं, जो देश की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर रही हैं|

वर्ष की प्रमुख बातें
  • सैन्य उपयोग के लिए बीएस-VI कंप्लायंट डीजल हाई पोर पॉइंट (डीएचपीपी) विकसित किया, लेह-लद्दाख जैसी प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों के लिए उपुक्त|
  • Reused 60% of the high-value regenerated spent catalyst at Barauni Refinery PrimeG unit for the first time, resulting in cost savings of ₹ 23.97 crore over the next three years.
  • अनिवार्य ऊर्जा ऑडिट के अतंर्गत गुवाहाटी, मथुरा, पारादीप, पानीपत, बरौनी और हल्दिया रिफाइनरियों में 138 नई ऊर्जा योजनाएं चिन्हित की गई, जिनमें लगभग 207.906 एसआरएमटी प्रति वर्ष की ऊर्जा बचत की संभावनाएं हैं|
  • पड़ोसी देशों में प्रोपेल (PROPEL) ब्रांड को स्थापित करने की अपनी योजना के अनुरूप, पॉलीमर की पहली खेप श्रीलंका में अपनी सहयक कंपनी को भेजी गई|
  • सात नए कच्चे तेल के ग्रैड अपने बास्केट में जोड़े, अब क्रूड बास्केट में क्रूड वैरिएंट बढ़कर 210 हुए|
आगे की राह

पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती मांग के साथ हम अपनी क्षमताओं को निरंतर बढ़ा रहे हैं| हमारी योजना है कि 2025 तक हम अपनी रिफ़ाइनरी क्षमता को बढ़ाकर 107 एमएमटीपीए कर लें| क्षमता में यह विस्तार गुवाहाटी, बरौनी, गुजरात, पानीपत, डिगबोई और कावेरी बेसिन (सीपीसीएल) रिफ़ाइनरियों में क्रियान्वित किया जा रहा है|

रणनीतिक लाभ
  • भारत में सर्वाधिक रिफ़ाइनरियों का प्रचालन
  • विभिन्न ग्रासरूट रिफ़ाइनरियां और आधुनिक प्रोसेस यूनिट चालू करने की क्षमता
  • सुदृढ़ प्रौद्योगिकी क्षमता
  • वृहत उद्योग अनुभव और विशेषज्ञता

70.05 एमएमटीपीए

रिफ़ाइनिंग क्षमता

67.67 एमएमटी

उत्पादन रिफ़ाइनरियों से

96.6%

छमता का उपयोग

02 पेट्रोरसायन

भारत के पेट्रोरसायन बाजार में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी के रूप में इंडियनऑयल, इस बाजार में मौजूद उच्च वृद्धि अवसरों को भुना रही है| पेट्रोरसायन उत्पादों की हमारी पूरी रेंज ‘प्रोपेल’ ब्रांड के अंतर्गत उपलब्ध है, जो हमारे ग्राहकों की दैनिक जरूरतों को पूरा करता है|

वर्ष की प्रमुख बातें
  • पॉली प्रोपिलीन रैंडम कोपॉलीमर, हाई मेल्ट रिएक्टर ग्रेड 2300 एमसी, घरेलू बोतलों और डिब्बों में इस्तेमाल के लिए ‘प्रोपेल’ पर लॉन्च किया गया|
  • श्रीलंका और तुर्की को पॉलीमर का निर्यात शुरू किया गया|
  • टाटा स्टील, अमारा राजा बैटरीज़ और रेकिट बेंकिसर सहित 22 ओईएम अनुमोदन प्राप्त किए|
आगे की राह

हमने ₹ 35,000 करोड़ रुपए के निवेश की योजना बनाई है| यह निवेश हमारी मौजूदा रिफ़ाइनरियों से अनवरत प्राप्त हो रहे उत्पादों की बेहतरी के लिए इस्तेमाल किया जाएगा| इससे हम हाइड्रोकार्बन मूल्य श्रृंखला का बेहतर दोहन कर सकेंगे| पारादीप में पीएक्स-पीटीए और एथिलीन ग्लाइकोल परिोजनाएं और गुजरात में ऑक्सो अल्कोहल परिोजना, ये तीन प्रमुख पेट्रोकेमिकल इस वक्त चल रही हैं| इनमें से एथिलीन ग्लाइकोल परियोजना 2022-23 में पूरी होने का अनुमान है|

2.92 एमएमटी

की सर्वोच्च वार्षिक पेट्रोरसायन बिक्री

1 एमएमटी

पॉलीप्रोपिलीन की बिक्री का आंकड़ा पार किया

1.75 एमएमटी

की सर्वोच्च पॉलीमर बिक्री

रणनीतिक लाभ
  • सर्वोत्कृष्ट प्रौद्योगिकियों को अपनाया
  • सुदृढ़ आपूर्ति श्रृंखला और वितरण नेटवर्क
  • सर्वोत्कृष्ट गुणवत्ता मानक
  • Strong brand name and recall
  • सुदृढ़ आर एंड डी क्षमताएं

3,200 केटीए

वर्तमान पेट्रोरसायन उत्पादन क्षमता

भारत में उत्पादों की बाजार हिस्सेदारी

15%

पॉलीमर

6%

शुद्ध टेराफेथेलिक अम्ल (पीटीए)

10%

मोनो एथिलीन ग्लाइकोल (एमईजी)

17%

लीनिर एल्किल बेंजीन (एलएबी)

उत्पाद अनुप्रयोग और विकास केंद्र, पानीपत

03 पाइपलाइन

दुनिया के सबसे लंबे पाइपलाइन नेटवर्क का प्रंबधन करते हुए इंडियनऑयल कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पादों का सुरक्षित, किफायती, उर्जाक्षम और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन सुनिश्चित करता है|

वर्ष की प्रमुख बातें
  • कच्चे तेल की पाइपलाइन ने 48.53 एमएमटी थ्रूपुट हासिल किया जो पिछले साल से करीब 10% ज्यादा है|
  • उत्पाद पाइलपाइन ने 34.72 एमएमटी का थ्रूपुट हासिल किया जो पिछले साल से करीब 9% ज्यादा है|
  • गैस पाइपलाइन ने अब तक का सबसे अधिक 19,85 एमएमएससीएम थ्रूपुट हासिल किया जो पिछले साल से करीब 11% ज्यादा रहा|
  • पाइपलाइनों में इस्तेमाल के लिए स्वदेश में विकसित ड्रैग रिडूसिंग एडिक्टिव (डीआरए) ‘एक्सट्राफ्लो‘ (XTRAFLO) लॉन्च किया|
  • 17,703 करोड़ के मूल्य की परियोजनाओं के लिए निवेश मंजूरी - नई मूंदड़ा पानीपत क्रूड ऑयल पाइपलाइन, चेन्नै में कामराजर पोर्ट, वल्लूर टर्मिनल और सीपीसीएल को जोड़ने वाली पाइपलाइन और 9 भौगोलिक क्षेत्रों (जीए) में सीजीडी परियोजनाएं|
  • ऑप्टिकल फाइबर आधारित पाइपलाइन में अंतर्वेधन का पता लगाने और चेतावनी प्रणाली (पीआईडीडब्ल्यूएस) के लिए जनवरी और मार्च, 2022 में निविदाएं जारी की गई थीं| यह प्रणाली भूमिगत पेट्रोलियम पाइपलाइनों की मुख्य लाइन मार्गाधिकार में किसी तीसरे पक्ष द्वारा अंतर्वेधनका पता लगाने, सतर्क करने और उसे रोकने में मदद करेगी| यह भारत में अब तक पीआईडीडब्ल्यूएस के लिए जारी सबसे बड़ी निविदा है|

83.25 एमएमटी

तरल थ्रूपुट हासिल किया 2021-22 में

96.06 एमएमटीपीए

कच्चे तेल और उत्पाद पाइपलाइनों की क्षमता

15,113 किलोमीटर

पाइपलाइन का कुल नेटवर्क

27.82 एमएमएससीएमडी

गैस पाइपलाइन की क्षमता

आगे की राह

हम नागापट्टिनम (तिमलनाडु) में नई आधारभूत रिफ़ाइनरी सहित तीन प्रमुख परियोजनाओं को लागू कर रहे हैं| इनमें कोयाली रिफ़ाइनरी (गुजरात) की क्षमता 13.7 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 18 एमएमटीपीए (जे-18) करना, बरौनी रिफ़ाइनरी (बिहार) की क्षमता 6 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 9 एमएमटीपीए (बीआर-9) करना, पानीपत रिफ़ाइनरी (हरिाणा) की क्षमता को 15 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 25 एमएमटीपीए (पी-25) करना शामिल है| ये तीन परिोजनाएं अन्य परियोजना गतिविधियो का मार्गदर्शन करेंगी जिन्हें निकट भविष्य में पाइपलाइन खंड में लागू किया जाएगा, ताकि कच्चे तेल की बढ़ती आवश्कताओं को पूरा किया जा सके और इन प्रमुख परियोजनाओं के कार्यन्वयन से निकलने वाले पेट्रोलिम उत्पादों को मांग केंद्रों तक पहुंचाया जा सके|

रणनीतिक लाभ
  • हमारा बुनियादी ढांचा रेल, सड़क और टैंकरों जैसे अन्य साधनों की तुलना में लंबी दूरी के लिए उच्च मात्रा में पेट्रोलियम उत्पादों के परिवहन का सबसे विश्वसनीय और सबसे सुरक्षित तरीका सुनिश्चित करता है|
  • सभी तरह की मौसमी परिस्थितियों में पेट्रोलियम उत्पादों की बाधा रहित आपूर्ति सुनिश्चित करना
  • नगण्य पारगमन नुकसान के साथ परिवहन का उर्जाक्षम साधन|
  • कम कार्बन उत्सर्जन के कारण र्पावरण पर न्यूनतम प्रभाव|

04 प्राकृतिक गैस

इंडियनऑयल भारत में आरएलएनजी बाजार में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है| हम एलएनजी सोर्सिंग को बढ़ाकर, आयात टर्मिनलों, पाइपलाइन और शहरी गैस वितरण नेटवर्क को सुदृढ़ करते हुए तथा अपने ग्राहकों को ‘एलएनजी एट द डोरस्टेप’ सेवा प्रदान करते हुए प्राकृतिक गैस मूल्य श्रृंखला में अपनी स्थिति को मजबूत कर रहे हैं|

वर्ष की प्रमुख बातें
  • पीएनजी ग्राहकों के लिए गूगल प्ले स्टोर और ऐपल आईओएस स्टोर पर मोबाइल ऐप - ‘इंडियानऑयल पीएनजी’ का सफल विकास और लॉन्च
  • सीएनजी की बिक्री में पिछले वर्ष की तुलना में निरंतर वृद्धि दर्ज की गई है और यह 26,000 किलोग्राम/ प्रतिदिन (35,000 एससीएमडी) की रेंज में है
  • KG D6 गैस फील्ड से बिक्री के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और बीपी एक्सप्लोरेशन (अल्फा) लिमिटेड के कंसोर्शियम द्वारा आयोजित एक ई-नीलामी में बोली के जरिए पहली बार घरेलू प्राकृतिक गैस खरीदी गई|
  • 1.94 एमएमटी के बराबर 30 एलएनजी कार्गो खरीदे|
  • इंडियनऑयल की पहली समर्पित पाइपलाइन दाहेज-कोली प्राकृतिक गैस पाइपलाइन को मार्च में चालू किया गया|
  • भारतीय गैस एक्सचेंज लिमिटेड में 4.93% इक्विटी का अधिग्रहण किा और इसके प्रोपराइटरी सदस्य भी बने|
आगे की राह

अगले वर्ष में पांच भौगोलिक जगहों मुरैना, भागलपुर, देवघर, सालेम और विशाखापत्तनम में सीजीएस/एलएनजी हब में ‘गैस-इन’ केंद्र बनाना प्रस्तावित है| इसके अलावा, 120 सीएनजी स्टेशनों के मार्च 2023 तक यांत्रिक रूप से पूरा होने की उम्मीद है|

अगले पांच वर्षों में इंडियनऑयल ने उत्तर-पूर्वी रिफ़ाइनरियों से उत्तरपूर्वी गैस ग्रीड के जरिए जुड़कर 18-20 एमएमटीपीए तक की वृद्धि की परिकल्पना की है| इसके लिए एन्नोर में विस्तार और भौगोलिक क्षेत्रों में सीजीडी बुनिादी ढांचागत विकास किया जाएगा| इस प्रकार, हम प्रयास कर रह है कि आरएलएनजी खंड में लगभग 40% बाजार हिस्सेदारी पर पकड़ बनाई जाए|

रणनीतिक लाभ
  • मजबूत बुनियादी ढांचा
  • तेजी से निवेश बढ़ाने और अपने प्रचालनों का विस्तार करने की क्षमता प्रचालन का विस्तार
  • वैल्यू चेन पार्टनरों के साथ दीर्घकालिक संबंध

2,985 एमएमएससीएम

उत्पादन हासिल किया 2021-22 में

20

ऑटो-एलएनजी वितरण स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं

1,100+ किमी

किमी गैस पाइपलाइन नेटवर्क

05 अन्वेषण और उत्पादन

इंडियनऑयल अपने अपस्ट्रीम एकीकरण को बढ़ाने के लिए कंसोर्शियम भागीदारों के सहोग से देश के भीतर और बाहर, दोनों जगह अन्वेषण और उत्पादन गतिविधियां चलाता रहा है|

वर्ष की प्रमुख बातें
  • उत्पादन में सालाना आधार पर 9.8% की वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि दर्ज की गई और यह 4.26 एमएमटीओई रहा|
  • अपनी पहली विदेशी परिचालन संपत्ति, ब्लॉक-1, अबू धाबी में ‘अन्वेषण कुएं (अप्रेज़ल वेल)’ के परीक्षण ने प्रतिदिन लगभग 4 हजार बैरल का उत्साहजनक हाइड्रोकार्बन प्रवाह हासिल किया है|
  • विभिन्न घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ साझेदारी में 9 घरेलू और 11 विदेशी तेल और गैस परिसंपत्तियों में हमारा 20% से 100% तक का भागीदारी हित (पीआई) है|
आगे की राह

हम इस खंड में अपनी बाजार स्थिति को और मजबूत करने के अवसरों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं| हम 2030 तक 11 एमएमटीपीए के उत्पादन हिस्से के साथ अपने अपस्ट्रीम फुटप्रिंट को 10०% अपस्ट्रीम एकीकरण में विस्तार करने की योजना बना रहे हैं|

रणनीतिक लाभ
  • मजबूत वित्तीय स्थिति
  • मूल्य श्रृंखला में उपस्थिति
  • घरेलू और अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ मज़बूत संबंध

9

घरेलू अपस्ट्रीम ब्लॉक

11

विदेशी अपस्ट्रीम ब्लॉक

कोल बेड मीथेन (सीबीएम) ब्लॉक, झारखंड में कुआं संख्या बीआर-51 में जारी प्रचालन|

06 विपणन

इंडियनऑयल अपने ईंधन स्टेशनों, थोक भंडारण टर्मिनलों, इनलैंड डिपो, विमानन ईंधन स्टेशनों, एलपीजी बॉटलिंग संंयंत्रों और ल्यूब सम्मिश्रण संंयंत्रों के अपने विशाल नेटवर्क के माध्यम से प्रतिदिन लाखों लोगों की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति करता है| दशकों से, कंपनी देश के हर हिस्से में पेट्रोलियम उत्पादों की निर्बाध आपूर्ति की प्रतिबद्धता पर खरा उतर रही है|

वर्ष की प्रमुख बातें
  • हमने भारत में कुल 40.8% बाजार हिस्सेदारी के साथ बाजार में अपनी अगमणी स्थिति को बनाए रखा है|
  • अपने ग्राहक आधार का विस्तार करने के लिए, हमने फ्यूल@कॉल लॉन्च किया| यह एक ऐसा प्लेटफार्म है, जिसके माध्यम से ग्राहक अपने दरवाजे पर डीजल मंगवा सकते हैं|
  • हमने अपने खुदरा नेटवर्क में हरित ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) की खपत बढ़ाने के कई प्रयास किए हैं| इन्हीं प्रयासों के तहत हमने अपने 1,166 आउटलेट सौर ऊर्जा से संचालित किए हैं|
  • घरेलू, एनडीएनई, थोक और ऑटो सहित एलपीजी के सभी खंडों में 2021-22 के दौरान सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई
  • हमने टोटल एनर्जीज़, फ्रांस के साथ मिलकर जोधपुर, चेन्नै और कोलकाता में अपनी संस्थागत व्यावसायिक सुविधाओं से मूल्य वर्धित बिटुिमनस उत्पादों का उत्पादन और वितरण शुरू किया है|
  • कंपनी ने गुंटकल (आंध्र प्रदेश) में ग्रासरूट स्तर पर पीओएल डिपो और कछार घाटी, मोइनारबॉन्ड और सिलचर (असम) में रेलहेड डिपो चालू किया
  • रतलाम (मध्य प्रदेश), मनमाड (महाराष्ट्र) और अहमदनगर (महाराष्ट्र) में पीओएल टर्मिनल और मोतिहारी (बिहार) और आसनूर (तमिलनाडु) में ग्रासरूट की परियोजनाओं के लिए ब्राउनफील्ड परियोजनाओं में मैकेनिकल काम पूरे हुए हैं|
  • पारादीप (ओडिशा) में एलपीजी आयात टर्मिनल, एलपीजी बॉटलिंग प्लांट बीकानेर (राजस्थान) और लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में अतिरिक्त टैंकेज के लिए मैकेनिकल काम पूरे किए हैं
  • अगरतला (त्रिपुरा), कोरबा (छत्तीसगढ़), जबलपुर (मध्य प्रदेश) और ग्वालिर (मध्य प्रदेश) में ग्रीनफील्ड बॉटलिंग संंत्र की शुरुआत और रानीनगर (पश्चिम बंगाल) में अतिरिक्त टैंकेज|
आगे की राह

हम ई-वाहन और शून्य उत्सर्जन वाले ईंधन को अपनाने की ओर बढ़ रहे हैं| साथ ही, हम देशभर में ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की दिशा में लगातार निवेश कर रहे हैं| इसके अलावा, उत्पादों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए, हम अपने वितरण नेटवर्क को बढ़ाने के साथ-साथ अपने ग्राहक आधार के विस्तार पर भी धन केंद्रित कर रहे हैं| हम अपनी समग्र दक्षता में सुधार और लागत को कम करने के लिए अपनी प्रक्रिओं को स्वचालित करने के लिए नई और नवीन तकनीकों की शक्ति का भी उपोग कर रहे हैं| अपने गैर-ईंधन व्यवसाय में, ग्राहकों के लिए पेश किए जाने वाले उत्पादों की श्रेणी के विस्तार पर हमारा फोकस रहेगा, जिसमें एफएमसीजी और होम केयर उत्पादों और सेवाओं को भी शामिल किया जाएगा| हम कार्यात्मक आवश्कताओं के अनुरूप जैव-ईंधन सुविधाओं को विकसित करने की भी योजना बना रहे हैं|

रणनीतिक लाभ
  • मजबूत ब्रांड वैल्यू और रिकॉल
  • मूल्य श्रृंखला में उपस्थिति के साथ एकमात्र कंपनी
  • बेहतर ग्राहक सहायता और सेवा
  • गुणवत्ता और मात्रा बढ़ाने के लिए स्वचालित प्रक्रिया
  • अनुकूलित प्रचालन और लॉजिस्टिक्स स्मार्ट टर्मिनल

120

टर्मिनल और डिपो

34,559

रिटेल आउटलेट (केएसके सहित)

126

विमानन ईंधन स्टेशन

101

एलपीजी बॉटलिंग संंत्र/टर्मिनल

6,993

उपभोक्ता पंप

10

ल्यूब सम्मिश्रण संंयंत्र भारत में

12,813

एलपीजी वितरक

10,723

एलपीजी बॉटलिंग क्षमता (टीएमटीपीए)

1,488

सीएनजी स्टेशन भारत में

2,179

ईवी चार्जिंग स्टेशन (34 बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों सहित)