अध्यक्ष का संदेश

इंडियन ऑयल ने विश्व के 'शीर्ष 10 तेल और गैस ब्रांडों' (ब्रांड फाइनेंस पीएलसी 2022 लिस्टिंग) में अपनी विशेष पहचान बनाई है और कांतार ब्रैंड्ज़ (2022) ने 'सबसे पसंदीदा गैर- एफएमसीजी ब्रांड' के रूप में भी नामित किया है।

श्रीकांत माधव वैद्य

अध्यक्ष, इंडियन ऑयल

प्रिय शेयरधारको,

मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि वर्ष 2022-23 के लिए आपकी कंपनी की एकीकृत वार्षिक रिपोर्ट पेश कर रहा हूं। इस रिपोर्ट में बीते एक साल का सार है। यह इंडियन ऑयल की महत्वपूर्ण उपलब्धियों और मूल्यों को अपने में समेटे हुए है, तथा बतलाती है कि कंपनी किस प्रकार भारत की ऊर्जा विकास यात्रा में एक अग्रदूत बनकर उभरी है। मुझे गर्व है कि हमारी समर्पित टीम ने निरंतर उत्कृष्ट परिणाम देते हुए शेयरधारकों का मुनाफा बढ़ाया है। मैं दोहरा दूं कि हम कॉर्पोरेट गवर्नेस, पारदर्शिता और जवाबदेही के सर्वोच्च मानक बनाए रखने को कटिबद्ध हैं। हम अपने स्टेकहोल्डरों के हितों की हर कदम पर सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।

अत्यंत प्रसन्नता का विषय है कि वर्ष 2022-23 में आपकी कंपनी का निष्पादन सभी प्रचालनों में शानदार रहा। वर्ष के दौरान, इंडियन ऑयल ने प्रचालनों से ₹9,34,953 करोड़ (नौ लाख चौंतीस हजार नौ सौ तिरेपन करोड़ रुपये) का अपना अब तक का उच्चतम राजस्व दर्ज किया। कंपनी ने ₹ 8,242 करोड़ (आठ हजार दो सौ बयालीस करोड़ रुपये) का शुद्ध मुनाफा भी कमाया। यह हमारी अंदरूनी सुदृढ़ता को रेखांकित करता है जिससे हम वैश्विक चुनौतियों से जीतते हुए अपनी छाप छोड़ने में कामयाब हुए हैं। हमने अब तक की सर्वाधिक 95.714 मिलियन मीट्रिक टन की बिक्री का नया कीर्तिमान भी रचा, जिससे व्यवसाय में हमारी अग्रणी स्थिति मजबूत हुई। आपकी कंपनी को कई पुरस्कार भी मिले। आपकी कंपनी ने विश्व के 'शीर्ष 10 तेल और गैस ब्रांडों' (ब्रांड फाइनेंस पीएलसी 2022 लिस्टिंग) में अपनी विशेष पहचान बनाई और कांतार ब्रैंड्ज़ (2022 ) ने 'सबसे पसंदीदा गैर- एफएमसीजी ब्रांड' के रूप में भी नामित किया है।

यह कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों का वर्ष भी रहा । इस दौरान कंपनी की पानीपत रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स तथा पाइपलाइन प्रभाग की रजत जयंती, तथा बोंगाईगांव रिफ़ाइनरी की स्वर्ण जयंती और गुवाहाटी रिफ़ाइनरी की हीरक जयंती भी मनाई गई।

भारत के ऊर्जा विज़न के प्रेरक मूल्य

मेरा दृढ़ विश्वास है कि संगठनात्मक सफलता तभी बनी रह सकती है, जब उसे ऐसे मूल्यों का अटूट समर्थन मिले जो व्यवसाय के पहलुओं से ऊपर होते हैं। सफलता के ये आंकड़े और उपलब्धियां प्रेरणा से ओत-प्रोत हमारे ऊर्जा सैनिकों की ही देन हैं। इन्होंने पहले इंडियन फिर ऑयल' या 'व्यवसाय से पहले देश के सिद्धांतों को अक्षरशः प्रदर्शित किया। संरक्षण, नवाचार, लगन और विश्वास के हमारे महत्वपूर्ण प्रमुख मूल्यों के अलावा 'राष्ट्र प्रथम' की भावना भी हमारे डीएनए में रची बसी है। इसने आपकी कंपनी को आज की एक अदम्य शक्ति बना दिया है। इस प्रकार, एक स्वाभाविक प्रक्रिया के रूप में हमने अपने मौजूदा मूल्यों में 'राष्ट्र प्रथम' का एक और मूल्य जोड़ा है। अपने इन मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराने और पुष्ट करने के लिए 30 जून, 2023 को पहला मूल्य दिवस मनाया गया। यही वह ऐतिहासिक दिन है जब वर्ष 1959 में इंडियनऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की पूर्ववर्ती कंपनी इंडियन ऑयल कंपनी लिमिटेड को निगमित किया गया था।

भारत को ऊर्जावान बनाने की छह दशकों से अधिक की यह यात्रा बेहद संतोषजनक रही है। देश के उज्वल भविष्य के वास्तुकार और ऊर्जा संरक्षक के रूप में हम विकास पथ पर देश को आगे बनाए रखने को तैयार हैं। कुछ विशिष्ट मायनों में, आपकी कंपनी के पास भारत के ऊर्जा नियति को बदलने का विशिष्ट विज़न है। वर्तमान में, भारत की कुल ऊर्जा में हमारी हिस्सेदारी 99% है और हमारा लक्ष्य है कि 2050 तक इसका 1/8वां हिस्सा या 12.5% योगदान हमारा हो। इस लक्ष्य को हासिल करने और अपनी कंपनी को एक 360° ऊर्जा कंपनी के रूप में स्थापित करने के लिए हमारे पास एक ठोस योजना है। इस ब्लूप्रिंट में वे तमाम रास्ते अपनाना शामिल है जिनसे भारत की तेजी से चढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा किया जा सके।

हरित होने की राह

भारत की अध्यक्षता में जी-20 की एक बड़ी प्राथमिकता 'ऊर्जा तक सबकी सार्वभौमिक पहुंच और नियमित, किफायती तथा समावेशी ऊर्जा सुनिश्चित करना है। इसके लिए ऊर्जा क्षेत्र में तीव्र, समावेशी और अनुकूल विकास करते हुए एक रणनीतिक संतुलन साधना जरूरी हो जाता है।

हमारी आकांक्षा है कि हम ईंधन प्रदाता महत्वपूर्ण योगदान दे सके। 2070 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने का देश का संकल्प एक ऐसे नए भारत' को परिभाषित करता है, जो महत्वाकांक्षी, सामाजिक रूप से सहानुभूतिपूर्ण और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील है। इन राष्ट्रीय लक्ष्यों के अनुरूप, आपकी कंपनी ने पिछली वार्षिक आम बैठक में स्कोप । और 2 उत्सर्जनों को कम करते हुए 2046 तक अपने प्रचालनों में शून्य कार्बन उत्सर्जन पाने के लिए स्वयं को प्रतिबद्ध किया।

यह घोषणा आपकी कंपनी के इतिहास में एक निर्णायक पल है, जो भारत की ऊर्जा परिवर्तन यात्रा की अगुवाई करने के संकल्प को दर्शाता है। हमारे पास लगभग 30 बिलियन यूएस डॉलर के | निवेश के साथ, 2046 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन तक पहुंचने के लिए एक बहुआयामी ब्लूप्रिंट है। हरित होने की इस राह में ग्रीन हाइड्रोजन, जैव ईंधन, नवीकरणीय ऊर्जा, कार्बन ऑफसेटिंग तथा कार्बन कैप्चर, उपयोगिता और भंडारण: (सीसीएस) जैसे विभिन्न उत्सर्जन शमन उपाय शामिल हैं।

प्रगति में योगदान

मैं जोर देकर कहना चाहूंगा कि भारत के हरित कार्य योजना पर चलते वक्त, देश के प्रगति पथ और भू-राजनीतिक घटनाक्रमों के चलते, पारंपरिक व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित करना बेहद ज़रूरी है।

भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। और इससे देश की ऊर्जा मांग में वृद्धि होगी। 2025 तक 5 ट्रिलियन यूएस डॉलर और 2030 तक 10 ट्रिलियन यूएस डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य है। वस्तुतः 2022 में उथल- पुथल भरी भू-राजनीतिक घटनाएं घटीं, जिससे दुनिया की विकसित अर्थव्यवस्थाओं ने अपने ऊर्जा संसाधनों को पुनर्व्यवस्थित कर पारंपरिक ईंधनों का रुख कर लिया। यहां मैं आपको आश्वस्त कर दूं कि जहां हम अपने हरित ऊर्जा विजन को आकार दे रहे हैं, वहीं पारंपरिक ईंधनों के इस्तेमाल में भी तेजी ला रहे हैं। 2022-23 का हमारा भौतिक निष्पादन, ऊर्जा की बढ़ती मांग को दक्ष और अनुकूलित ढंग से पूरा करने की तैयारी को दर्शाता है।

पूंजीगत व्यय के लक्ष्यः उत्कृष्ट परिणाम

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के कुल पूंजीगत व्यय का 25% से ज्यादा हिस्सा आपकी कंपनी का है, जो ऊर्जा क्षेत्र में कंपनी की अग्रणी स्थिति को दर्शाता है। 2022-23 में आपकी कंपनी का पूंजीगत व्यय ₹ 37,287 करोड़ का रहा। वित्तीय वर्ष के लिए निर्धारित बजटीय मूल्य का यह 131% है। 2023-24 के लिए ₹ 30,395 करोड़ का महत्वाकांक्षी पूंजीगत व्यय, आने वाले वर्षों में देश को सेवा में देने की अटूट प्रतिबद्धता को दोहराता है।

रिफाइनरीज: नए कीर्तिमान

वर्ष 2022-23 में, हमारी रिफाइनरियों ने 103% से ज्यादा की रिकॉर्ड क्षमता उपयोग दर पर काम किया और 72.4 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) के अब तक की सर्वाधिक क्रूड प्रोसेसिंग हासिल की। हमने रिफाइनरियों की प्रचालन दक्षता बढ़ाने के प्रयास जारी रखे। कच्चे तेल के 36 नए ग्रेड जोड़ते हुए अपनी क्रूड बास्केट का विस्तार किया ( कुल 247 ग्रेड) हो गए और अपनी मूलभूत क्षमताओं को सुदृढ़ करने के लिए कई परियोजनाएं शुरू कीं।

प्रधानमंत्री ने अगस्त 2022 में पानीपत में 2जी एथेनॉल संयंत्र का उद्घाटन किया, जो पर्यावरणीय स्थिरता की ओर एक अहम पड़ाव रहा। वेट सल्फ्यूरिक अम्ल का पहला संयंत्र हल्दिया में चालू किया गया, और गुजरात में लीनियर एल्काइल बेंजीन (एलएबी) इकाई को नया रूप दिया गया। मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि आपकी कंपनी ने अपनी सहायक कंपनी 'चेन्न पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड' (सीपीसीएल) के साथ मिलकर एक संयुक्त उद्यम कंपनी कावेरी | बेसिन रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड' बनाई है। इसके अंतर्गत तमिलनाडु के नागपट्टिनम में 9 एमएमटीपीए की कावेरी बेसिन रिफाइनरी (सीबीआर) लगाई जाएगी।

हम भारत की बढ़ती सामाजिक-आर्थिक मांगों को ध्यान में रखते हुए, अबाधित ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए रणनीतिक ब्राउनफील्ड क्षमताओं के विस्तार में ₹ 1 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश कर रहे हैं। इसके अंतर्गत पानीपत रिफाइनरी (15 से 25 एमएमटीपीए), गुजरात रिफाइनरी (13.7 से 18 एमएमटीपीए) बरौनी रिफ़ाइनरी (6 से 9 एमएमटीपीए), fsगबोई रिफाइनरी (0.65 से 1 एमएमटीपीए) में विस्तार किया जा रहा है। इनके साथ कावेरी बेसिन रिफाइनरी (9 एमएमटीपीए) को जोड़ दें तो रिफाइनिंग क्षमता 26 एमएमटीपीए से ज्यादा बढ़ जाएगी। यानी, निकट भविष्य में आपकी कंपनी की सामूहिक रिफाइनिंग क्षमता लगभग 107 एमएमटीपीए तक पहुंच जाएगी।

आपकी कंपनी की दूरदर्शी सोच के चलते इसकी मूल्यवर्धित पेशकश निरंतर बढ़ रही हैं। हल्दिया और गुजरात रिफाइनरियों में आगामी कैटेलिटिक आइसो डीवैक्सिंग (सीआईडीडब्ल्यू) इकाई, ल्यूब ऑयल बेस स्टॉक (एलओबीएस) के उत्पादन को बढ़ावा देंगी, जो कि ल्यूब्रिकेंट का आधार घटक है। यह भारत की आयात निर्भरता को लगभग 25% कम करके 'आत्मनिर्भर भारत' को बढ़ावा देगा, और सर्वो ल्यूब सेगमेंट में हमारे नेतृत्व को मजबूत करेगा। पानीपत रिफाइनरी में 530 टीएमटी का ल्यूब ऑयल बेस स्टॉक संयंत्र भी लगाया जा रहा है।

पेट्रोकेमिकल : सफलता के बढ़ते कदम

आगे बढ़ते हुए हमारे सभी रिफाइनिंग निवेशों का अभिन्न भाग पेट्रोकेमिकल एकीकरण रहेगा। यह के मूल्य हाइड्रोकार्बन श्रृंखला में प्रत्येक अणु को चढ़ाते हुए व्यवसाय अनिश्चितताओं के जोखिमों को कम करने के लिए जरूरी है। वर्ष 2022-23. के दौरान, हमने अपनी पेट्रोकेमिकल क्षमता को 3.7 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 4.1 एमएमटीपीए करते हुए इस अहम क्षेत्र में प्रगति जारी रखी। हमने 2.23 एमएमटी की वार्षिक पेट्रोकेमिकल बिक्री प्राप्त की, साथ ही पैराजाइलीन (पी. एक्स.) / पैरा टेरेक्वेलिक एसिड (पीटीए) बिक्री सेगमेंट में 4% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की।

आपकी कंपनी रणनीतिक निवेश करते हुए भारत के पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में निरंतर प्रगति और आत्म निर्भरता ला रही है। इन निवेशों में पानीपत में 387 केटीए स्टाइरीन इकाई और 60 केटीए के पॉली खुटाडीन रबर (पीबीआर) संयंत्र को चालू करना शामिल है, ताकि स्टाझीन और पीवीआर की बढ़ती मांग पूरी हो और आयात कम किए जा सके। इसके अलावा, ओडिशा के भद्रक में पॉलिएस्टर यार्न और फाइबर उत्पादन इकाई आ रही है, जो कपड़ा उद्योग में डाउनस्ट्रीम एकीकरण और संसाधन दक्षता को बढ़ाएगी तथा रोजगार के अवसर पैदा करेगी।

एक जरूरी कदम उठाते हुए बोर्ड ने 61,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की अनुमानित लागत पर ओडिशा में पारादीप पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स बनाने को मंजूरी दे दी है। यह किसी भी जगह हमारा सबसे बड़ा निवेश है, जो पेट्रोकेमिकल इंटेसिटी इंडेक्स को बढ़ा देगा और इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता भी बढ़ाएगा।

पाइपलाइन : ऊर्जा उत्कृष्टता को नई दिशा

हमारे लंबे पाइपलाइन नेटवर्क ने कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। कचे तेल की पाइपलाइन ने 53 एमएमटी से ज्यादा और उत्पाद पाइपलाइन ने 41.7 एमएमटी का रिकॉर्ड ग्रूपुट हासिल किया। वित्तीय वर्ष के दौरान 2.454 किमी पाइपलाइनों को चालू किया गया, जिससे हमारे ऊर्जा राजमागों की लंबाई 17,564 किमी तक पहुंच गई।

"भारत की ऊर्जा होने के साथ-साथ आपकी कंपनी देश की सीमा पार ऊर्जा साझेदारियों में भी निरंतर सहयोग दे रही है। नेपाल में पाइपलाइन बुनियादी ढांचा और भंडारण टर्मिनल बनाने के लिए भारत और नेपाल के बीच हाल में एक समझौता हुआ। आपकी कंपनी ने मोतिहारी (भारत) और अमलेखगंज (नेपाल) के बीच, 2019 में दक्षिण एशिया की पहली सीमा पार उत्पाद पाइपलाइन बनाई थी। इसे अब चितवन (नेपाल) तक बढ़ाया जाएगा। सिलीगुड़ी टर्मिनल (भारत) से नेपाल के झापा तक एक नई अंतर्राष्ट्रीय पेट्रोलियम पाइपलाइन निर्मित होगी। चितवन और झापा में नए टर्मिनल बनेंगे, वहीं अमलेखगंज को स्मार्ट टर्मिनल का रूप दिया जाएगा।

इस ऊर्जा अंतरण मार्ग को सुदृढ़ करने के लिए हम इटली की स्नैम एसपीए के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि वर्तमान प्राकृतिक गैस miserat को हाइड्रोजन परिवहन के लिए इस्तेमाल करने की संभावना टटोल सकें।

विपणन दृढता, विकास, कीर्ति

2022-23 के दौरान, हमारे विपणन नेटवर्क ने अपना विस्तार जारी रखा। इससे देश भर में हमारे कस्टमर टच पॉइंट 60,000 से ज्यादा हो गए। इनमें 36,445 ईंधन स्टेशन और 12.864 एलपीजी वितरक शामिल है। इसके अतिरिक्त, हमने सड़क किनारे की सुविधाएं (डब्ल्यूएसए) विकसित करने के लिए 41 साइटों का अधिग्रहण किया है। इसमें दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर 10 साइटें शामिल हैं, जो भारत तेजी से बढ़ते राजमार्ग नेटवर्क पर हमारी मौजूदगी को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाएंगी। इंडियनऑयल के रणनीतिक रूप से डिज़ाइन किए गए बड़े प्रारूप वाले 'स्वागत' ईधन स्टेशनों को राजमार्ग यात्रियों की जरूरतों के हिसाब से ही बनाया गया है, जो ग्राहकों को नया अनुभव और संतोष दे रहे हैं।

हमें इस बात की भी खुशी है कि भारतीय ऑटोमोबाइल प्रेमियों ने हमारे ब्रांडेड ईंधन का बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया है। हमारा 100 ऑक्टेन पेट्रोल एक्सपी 100, अब 200 से ज्यादा रिटेल आउटलेट्स पर उपलब्ध है। वहीं 95 ऑक्टेन पेट्रोल एक्सपी95 10,000 से ज्यादा आउटलेट्स पर उपलब्ध है, और हरित डीजल एक्स्ट्राग्रीन 5,500 से ज्यादा आउटलेट्स पर मिल रहा है।

2022-23 में एक्सपी95 की बिक्री कुल पेट्रोल बिक्री का 4.4% थी, वहीं एक्स्ट्राग्रीन की बिक्री कुल बेचे गए डीजल का 0.71% रही। आगे हमारा ध्येय ब्रांडेड ईंधन से राजस्व बढ़ाने के लिए 2023-24 के अंत तक एक्सपी95 का 10% और एक्स्ट्राग्रीन का 5% रूपांतरण लक्ष्य हासिल करना है।

हमारे विशिष्ट एलपीजी ब्रांड मुन्ना, एक्स्ट्रातेज़, नैनोकट और छोटू अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि एलपीजी में हमारे नवाचार, उत्पाद अनुकूलन से कहीं आगे बढ़ गए हैं। इंडेन ग्राहकों के बीच बाधा रहित । ट्रैकिंग, पारदर्शिता और विश्वास सुनिश्चित करने के लिए आपकी कंपनी ने 02 सितंबर, 2022 को एलपीजी सिलेंडरों के लिए क्यूआर कोड- आधारित 'ट्रैक एन ट्रेस' प्रायोगिक पहल शुरू की। यह परिवर्तनकारी कोशिश डिजिटल नेतृत्व के प्रति आपकी कंपनी की प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जो ग्राहक अनुभव को सुखद बनाएगा।

भारत के सबसे पसंदीदा ल्यूब ब्रांड सर्वो की यात्रा भी शानदार बनी हुई है, और उसे प्रसिद्ध हस्तियों का समर्थन मिल रहा है। विश्व पर्यावरण दिवस 2023 पर, आपकी कंपनी के ब्रांड एंबेसडर जॉन अब्राहम ने दो प्रीमियम ल्यूब लॉन्च किए। इनमें 'सर्वो हाइपरस्पोर्ट एफ 5' मोटरबाइकों के लिए पूर्णतः सिंथेटिक 4टी इंजन ऑयल है जो इस श्रेणी में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन करता है। वहीं गैर-लीथियम स्वदेशी कच्चे माल से तैयार किया गया 'सर्वो ग्रीज मिरेकल उच्च प्रदर्शन देने वाला समाधान है जो पर्यावरण अनुकूल विकल्प देने की हमारी प्रतिबद्धता को पुष्ट करता है।

'आत्मनिर्भर भारत' के लिए कटिबद्ध

एक और उल्लेखनीय उपलब्धि में, इंडियनऑय एवीगैस 100 एलएल का उत्पादन और विपणन करने वाली भारत की पहली कंपनी बन गई है। यह टू स्ट्रोक पिस्टन इंजन के लिए एक विशेष किस्म का विमानन ईंधन है, जिसका उपयोग पायलट प्रशिक्षण स्कूलों और सैन्य प्रतिष्ठानों द्वारा किया जाता है। आपकी कंपनी ने जनवरी 2023 में इस ईंधन का एक बैच पापुआ न्यू गिनी को भी भेजा। यह एक ऐतिहासिक क्षण था जिसने भारत को एक आयातक से इस खास ईंधन के निर्यातक के रूप में स्थापित कर दिया।

आपकी कंपनी ने उपकरणों के मूल निर्माताओं (ओईएम), ऑटोमोबाइल कंपनियों और ईंधन परीक्षण एजेंसियों द्वारा प्रमाणन और बेंचमार्किंग हेतु भारत में 'हाई प्रिसीजन रेफेरेंस फ्यूल' बनाने में प्रमुख भूमिका निभाई है। इस विशेष पेट्रोल के पहले बैच का उत्पादन हाल ही में पारादीप रिफ़ाइनरी में किया गया है। पानीपत रिफाइनरी जल्द ही इस डीजल रेफ्रेंस ईंधन का उत्पादन करेगी। देश में विशिष्ट ईंधनों की इस उपलब्धता में स्टेकहोल्डरों ने गहरी रुचि दिखाई है, और मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड को इस रेफ्रेंस पेट्रोल की पहली बिक्री की जा रही है।

देश के हरित ऊर्जा विकास में सहायक

जैसा कि मैंने पहले बताया, 2070 तक भारत के नेट जीरो लक्ष्य में सहयोग करने के लिए, आपकी कंपनी ने भी 2046 तक अपने प्रचालन उत्सर्जनों (स्कोप 1 और 2) में नेट जीरो उत्सर्जन हासिल करने का संकल्प लिया है। इस घोषणा से एक दशक पहले से हमारी टीमें हरित ऊर्जा के नए रास्तों पर निरंतर काम कर रही हैं, ताकि भारत के हरित यात्रा को तेज किया जा सके। इन रास्तों में उत्सर्जन शमन, ऊर्जा दक्षता, ईंधन प्रतिस्थापन और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं शामिल हैं। इनकी अन्य परियोजनाओं की फंडिंग के लिए, कंपनी के बोर्ड ने हाल ही में राइट्स बेसिस पर अपने मौजूदा शेयरधारकों को ₹ 22,000 करोड़ तक के इक्विटी शेयर जारी करने की घोषणा की है। इन इक्विटी शेयरों के जारी होने से परियोजनाओं के लिए ऋण जुटाने की कंपनी की क्षमता बेहतर होगी। सांविधिक अनुमोदनों के बाद 2023-24 के दौरान इन्हें जारी करना प्रस्तावित है।

हरित छत्र संस्था

हम अपनी मौजूदा हरित परिसंपत्तियों को एक छत्र तले समेकित करने जा रहे हैं। इसकी घोषणा 15 मार्च, 2023 को आयोजित इंडियनऑयल हरित ऊर्जा शिखर सम्मेलन के दौरान की गई, जिसने संधारणीय ऊर्जा क्षेत्रों में हमारे लिए तीव्र विस्तार का मंच तैयार कर दिया। इनमें जैव ईंधन, नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन और कार्बन ऑफसेट और सीसीयूएस (कार्बन कैप्चर, उपयोग और भंडारण) सहित कम कार्बन मूल्य वाली श्रृंखलाएं शामिल हैं।

इसके तहत हम कई महत्वाकांक्षी लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। इनमें 3 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो बनाना और 2025 तक 0.6 एमएमटी जैव ईंधन उत्पादन करना और 31 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा हासिल करना; 2030 तक 4 एमएमटी जैव ईंधन, 1 एमएमटी बायोगैस का उत्पादन करना तथा 2050 तक 200 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा, 7 एमएमटी जैव ईंधन और 9 एमएमटी बायोगैस का उत्पादन करना शामिल है।

हाइड्रोजन की महत्वपूर्ण भूमिका

इंडियनऑयल अपने हाइड्रोजन इकोसिस्टम को सुदृढ़ करने के लिए बड़े कदम उठा रहा है। हमारा अनुसंधान और विकास केंद्र इसमें सबसे आगे है। यह सौर इलेक्ट्रोलिसिस, बायोमास गैसीकरण और बायोमेथेनेशन सहित हाइड्रोजन उत्पादन के कई तरीकों पर काम कर रहा है। हमने फ्यूल सेल बसों में फ्यूल सेल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल शुरू कर दिया है, और हेवी ड्यूटी इस्तेमाल के लिए हमारे व्यवहार्यता पूर्व अध्ययन जारी हैं। ये अग्रणी कोशिशें, हरित ऊर्जा समाधानों के प्रति हमारे अटूट समर्पण की मिसाल हैं।

मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि आपकी कंपनी पानीपत रिफाइनरी में 10 केटीए की हरित हाइड्रोजन क्षमता विकसित कर रही है। इसके अलावा, हमने फरीदाबाद (एनसीआर) में अपने अनुसंधान और विकास केंद्र में भारत का पहला हाइड्रोजन वितरण स्टेशन लगाया है। हाइड्रोजन परिवहन को बढ़ावा देने के लिए इसके बाद गुजरात रिफाइनरी में एक स्टेशन लगाया गया।

हरित हाइड्रोजन की अपार संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए, हमने भारत में हरित हाइड्रोजन का इकोसिस्टम सुदृढ़ करने के लिए रीन्यू और लार्सन एंड टुब्रो (एल एंड टी) लिमिटेड के साथ हाथ मिलाया है।

संभावनाओं के द्वार खोलना

इंडियनऑयल ने पर्यावरण संरक्षण की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, 'अनबॉटल्ड' अभियान शुरू किया। इसका लक्ष्य हर साल 100 मिलियन से ज्यादा पीईटी बोतलों का इस्तेमाल करते हुए अपनी ऑन-ग्राउंड टीमों के लिए वर्दी, सशस्त्र बलों के लिए गैर लड़ाकू वर्दी तथा अन्य स्टेकहोल्डरों के लिए वर्दी बनाना है। इस अभियान ने न सिर्फ हमें बहुत गौरव दिलाया, बल्कि वैश्विक स्तर पर प्रसिद्धि और पहचान भी दिलाई है। फरवरी 2023 में बेंगलुरु में आयोजित भारत ऊर्जा सप्ताह के दौरान, मुझे हमारे प्रधानमंत्री को एक 'अनबॉटल्ड' जैकेट भेंट करने का सौभाग्य मिला 'अनबॉटल' परिधान अब दिल्ली एनसीआर में चुनिंदा ईंधन आउटलेट्स पर भी उपलब्ध हैं।

आपकी कंपनी ने इंडियनऑयल का पॉलिमर रीसाइक्लेट ब्रांड 'साइक्लोप्लास्ट' पेश किया है, जो परिशोधित पेट्रोकेमिकल को वर्जिन या सोलो प्लास्टिक के एक हिस्से के साथ मिलाता है। यह इस उद्योग में क्रांति लाएगा, संधारणीयता को बढ़ावा देगा और सोलो प्लास्टिक के उत्पादन पर उल्लेखनीय रूप से अंकुश लगाएगा।

विमानन इंधन में हरित लहर

एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में पेट्रोलियम मंत्री ने मई 2023 में सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (एसएएफ) से संचालित भारत की पहली वाणिज्यिक उड़ान का स्वागत किया। यह हवाई यात्राओं को डीकार्बोनाइज़ करने की दिशा एक बड़ा कदम है। आपकी कंपनी भारत के हरित विमानन ईंधन सेगमेंट में नेतृत्व कर रही है। पानीपत में 86.8 हजार मीट्रिक टन प्रति वर्ष (टीएमटीपीए) की क्षमता का एक एसएएफ संयंत्र लगाया जा रहा है, जो लैज़ाजेट प्रौद्योगिकी पर आधारित है।

आपकी कंपनी ने एसएएफ और अन्य जैव ईंधन विकसित करने के लिए प्राज इंडस्ट्रीज लिमिटेड के साथ एक संयुक्त उद्यम बनाया है। अपनी पर्यावरण उन्मुखता पर आगे बढ़ते हुए हम 2030 तक एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) में 26 जैव ईंधन के मिश्रण का लक्ष्य प्राप्त करने जा रहे हैं।

हरित परिवहन का बदलता परिदृश्य

हमारे 78 ऊर्जा स्टेशनों पर बैटरी स्वैपिंग सेवाएं उपलब्ध हैं। अब आपकी कंपनी के बोर्ड ने इंडियनऑयल के रिटेल आउटलेट्स और पूरे भारत में थर्ड पार्टी साइटों पर बैटरी स्वैपिंग का बुनियादी ढांचा निर्मित करने के लिए सिंगापुर की सन मोबिलिटी के साथ भारत में 50:50 के संयुक्त उद्यम को मंजूरी दे दी है। आपकी कंपनी सन मोबिलिटी सिंगापुर में इक्विटी निवेश भी करेगी। इस तरह की अनूठी पहले एक विविधीकृत ऊर्जा भविष्य के निर्माण में सहयोग देते हुए हमें बैटरी बनाने के इकोसिस्टम में मजबूत जगह देंगी।

भारत में एल्युमीनियम - एयर बैटरी प्रौद्योगिकी के व्यावसायीकरण के लिए आपकी कंपनी का इज़राइल की फिनर्जी के साथ एक संयुक्त उद्यम है। वह संयुक्त उद्यम एल्युमीनियम एयर एनर्जी के लिए भारत में पहला इकोसिस्टम तैयार करेगा। इसमें अनुसंधान और विकास, विनिर्माण तथा प्रणाली का उपयोग करना शामिल है। वर्तमान में यह पूर्व व्यावसायीकरण चरण में है।

नवीकरणीय ऊर्जा का विस्तार, संसाधनों का इष्टतम उपयोग

आपकी कंपनी अग्रणी कंपनियों के साथ मिलकर अपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमताएं बढ़ा रही है। इस क्रम में कंपनी ने आगामी रिफ़ाइनरी परियोजनाओं के लिए 650 मेगावाट की निरंतर हरित ऊर्जा प्रदान करने के लिए एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के साथ मिलकर एक संयुक्त उद्यम बनाया है। यह एक अनूठी पहल है जो विभिन्न उद्योगों में ऊर्जा गहन संयंत्रों के लिए नवीकरणीय ऊर्जा के सफल समावेशन को दिखलाती है।

आपकी कंपनी सौर, पवन, पनबिजली और हाइब्रिड ऊर्जा में बढ़ने के लिए एसजेवीएन लिमिटेड के साथ मिलकर भी काम कर रही है। यह संयुक्त उद्यम हर पल (24x7) बिजली की आपूर्ति के लिए ऊर्जा भंडारण प्रणाली भी विकसित करेगा। ये साझेदारियां हरित हाइड्रोजन उत्पादन, भंडारण और वितरण के लिए उन्नत प्रौद्योगिकियों और बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी लाएंगी। भारत की स्वच्छ ऊर्जा यात्रा की दिशा में इनकी बड़ी भूमिका होगी।

अपने ऊर्जा मिश्रण को हरित बनाने के साथ- साथ, आपकी कंपनी अपने वॉटर फुटप्रिंट को कम करने और सस्टेनेबल जल प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए कई पहले कर रही है। मथुरा के लक्ष्मी नगर में सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल को अपनाते हुए अपनी तरह का पहला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) लगाया गया है। इससे मथुरा रिफाइनरी द्वारा नदी के ताज़े पानी की खपत लगभग 8 मिलियन लीटर प्रति दिन (एमएलडी) कम हो गई है, और इसकी जगह सीवेज का उपचारित पानी उपयोग हो रहा है। इस पहल को अन्य रिफाइनरियों में भी लागू करने की योजना है। गुजरात रिफ़ाइनरी ने भी वडोदरा नगर निगम के राजीव नगर एसटीपी के उपचारित पानी का उपयोग शुरू कर दिया है।

ऊर्जा स्वतंत्रता का हरित पथ

आपकी कंपनी घरेलू ईंधन उत्पादन बढ़ाने और भारत की ऊर्जा स्वतंत्रता को सुदृढ़ करने के लिए विभिन्न स्वदेशी राहें तलाश रही है।

पिछले साल जून में सार्वजनिक क्षेत्र के ऊर्जा उद्यमों (पीएसई) ने तय समय सीमा से छह महीने पहले ही 10% इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल कर लिया था। इसके अलावा, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने 1 अप्रैल, 2023 से तेल विपणन कंपनियों को 20% इथेनॉल (ई-20) के साथ मिश्रित पेट्रोल बेचने की मंजूरी दे दी। इसके पश्चात 6 फरवरी, 2023 को प्रधानमंत्री ने ई-20 का औपचारिक रूप से शुभारंभ किया। आपकी कंपनी ने पहले ही 382 ईंधन स्टेशनों से ई20 ईंधन देना शुरू कर दिया है। और वर्तमान में पेट्रोल में लगभग 12% इथेनॉल मिला रही है।

आपकी कंपनी अनूठी सतत पहल का भी नेतृत्व कर रही है। इसका ध्येय जैविक कचरे का दोबारा उपयोग करते हुए और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए एक हरित विकल्प के रूप में जैव ईंधन की उपलब्धता को बढ़ाना है। आपकी कंपनी का प्रमुख सीबीजी रिटेल ब्रांड 'इंडीग्रीन' अपनी पहुंच लगातार बढ़ा रहा है। 2022-23 के अंत तक आपकी कंपनी ने 46 इंडीग्रीन आउटलेट्स के जरिए बायोगैस देते हुए 22 सीबीजी संयंत्र चालू किए। उल्लेखनीय है कि गोरखपुर में 200 टन प्रति दिन (टीपीडी) का संयंत्र लगाया गया है जिसमें कृषि फसलों के | कचरे का उपयोग किया जा रहा है। वह पराली के निपटान का एक पर्यावरण-अनुकूल समाधान देता है। जयपुर के पास हिंगोनिया में, हिंगोनिया पशु पुनर्वास केंद्र में 100 टीपीडी का गोबर आधारित सीबीजी संयंत्र लगाया गया है। इसकी बायोगैस से अक्षय पात्र फाउंडेशन की रसोई को ईंधन मिलेगा और स्कूली बच्चों को भोजन उपलब्ध होगा।

12 मार्च, 2023 एक महत्वपूर्ण दिन था, जब केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने बेंगलूरु में एमडी 15 (मेथनॉल मिश्रित डीजल से चलने वाली बसों के ट्रायल को हरी झंडी दिखाई।

यह भारत की ऊर्जा स्वतंत्रता को सुदृढ़ करने के हमारे निरंतर प्रयासों को दिखाता है। इसके अलावा, भारत के प्रचुर कोयला भंडारों का इस्तेमाल परिवहन हेतु मेथनॉल उत्पादन के लिए किया जा सकता है।

जैव विविधता को मज़बूती

अपने परिचालनों और उत्पादों के इतर हम भारत के जैव विविधता संरक्षण में भी एक नया अध्याय लिख रहे हैं। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के साथ साझेदारी में, हम चीता पुनर्वास परियोजना में सहयोग कर रहे हैं। हम एकल सींग वाले गैंडों और ओलिव रिडले कछुओं जैसी लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण में मदद कर रहे हैं। चाहे तटीय इकोसिस्टम की रक्षा करनी हो या सुंदरबन में बाघों के आवासों को संरक्षित करना, हम दुनिया में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए गंभीर कदम उठा रहे हैं।

Championing Social Stewardship

Health

Your Company is proud to be a catalyst for social change and continues to strengthen the legacy by empowering communities, igniting hope, and transforming lives of fellow Indians. One such critical foray is our commitment to strengthen India’s fight to eliminate Tuberculosis (TB). We are supporting the Central TB Division (CTD) under the Ministry of Health and Family Welfare (MoH&FW) to undertake intensified TB elimination projects in the states of Uttar Pradesh, Chhattisgarh, Maharashtra, and Uttarakhand which is being expanded in the state of Haryana as well.

सामाजिक बदलाव

आपकी कंपनी ने एक और बदलाव लाने वाली पहल में, 'उम्मीद ए होप' जेल रिटेल आउटलेट स्थापित करने के लिए कई राज्यों के जेल विभागों के साथ हाथ मिलाया है। ये आउटलेट वर्तमान और पूर्व कैदियों द्वारा संचालित किए जाएंगे। इन ईंधन स्टेशनों में कैदियों द्वारा बनाई वस्तुओं के विपणन के लिए मर्चेंडाइज़ स्टोर भी होंगे। व्यावसायिक पहलू के इतर, यह परियोजना कैदियों को जरूरी कौशल सिखाएगी, उन्हें गरिमा प्रदान करेगी और समाज में उनके पुनः एकीकरण में सहयोग देगी।

वर्तमान में ऐसे 46 ईंधन स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। तमिलनाडु में चार 'उम्मीद' आउटलेट्स पर मर्चेंडाइज़ स्टोर चालू हो चुके हैं, जो स्थानीय उत्पादों की एक भरी पूरी श्रृंखला पेश करते हैं।

विरासत का संरक्षण

आपकी कंपनी इंडियनऑयल फाउंडेशन ( आईओएफ) के जरिए भारत की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में भी नए अध्याय लिख रही है। एएसआई और अन्य निकायों के सहयोग से, यह फाउंडेशन प्रमुख पर्यटन स्थलों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं तैयार करके देश की गौरवशाली विरासत का संरक्षण कर रहा है। यह फाउंडेशन समुदायों के जीवन को समृद्ध करने और इकोस्सिटम को बचाने के लिए भी कटिबद्ध है।

इसके अलावा, आपकी कंपनी ने भारत के प्रतिष्ठित गेटवे ऑफ इंडिया की भव्यता के पुनर्स्थापन के लिए महाराष्ट्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय के साथ हाथ मिलाया है। इस स्मारक पर रोशनी की व्यवस्था की जाएगी और 'लाइट एंड साउंड' भी होंगे।

खेल चैंपियनों को समर्थन

मुझे आपको बताते हुए खुशी हो रही है कि आपकी कंपनी खेलों के जरिए सकारात्मक सामाजिक बदलाव लाने और भारत को एक खेल राष्ट्र बनाने में योगदान देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण सुविधाओं और छात्रवृत्ति के जरिए सहयोग करने से कई खिलाड़ियों के सपने साकार हुए हैं और वे अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचे हैं। 'इंडियन ऑयल ऐसर्स' सीएसआर परियोजना के अंतर्गत, युवा खिलाड़ियों को 20 खेलों में 250 छात्रवृत्तियां प्रदान की गई, जिनमें से आधी महिला खिलाड़ियों को दी गई। आपकी कंपनी ने एथलेटिक्स में 30 लड़कियों को समर्थन देने के लिए 'इंडियन ऑयल शक्ति पहल भी शुरू की है।

मैं आपकी कंपनी की कुछ ऐसी बेहद महत्वपूर्ण ZAR पहलों के बारे में बताना चाहूंगा जिन्होंने भारत り के खेल जगत में अमिट छाप छोड़ी है। इनमें पहली कॉर्पोरेट महिला हॉकी टीम बनाना, देश को ऐतिहासिक जीत दिलाने वाले इंडियनऑयल के खिलाड़ियों को सहयोग देना और उभरती खेल प्रतिभाओं को पोषित करना शामिल है। हमारे स्टार खिलाड़ियों ने खूब ख्याति अर्जित की है। उन्होंने मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार और अर्जुन पुरस्कार जैसे सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान हासिल किए हैं। उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों, थॉमस कप, बैडमिटन विश्व चैंपियनशिप, टेबल टेनिस, टेनिस ग्रैंड स्लैम, शतरंज चैंपियनशिप और क्रिकेट तथा हॉकी टूर्नामेंट जैसे टीम स्पोर्ट्स के दौरान देश का झंडा ऊंचा लहराए रखा है।

देश के दिव्यांग खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए, आपकी कंपनी एक विशेष पहल रोड टू पैरालिंपिक 2024' के जरिए भारतीय पैरा- एथलीटों का सहयोग कर रही है। हम आने वाले एशियाई और पैरालिंपिक खेलों के लिए इन असाधारण और साहसी खिलाड़ियों को सहायता प्रदान करने और देश को कीर्ति दिलाने का साझा सपना पूरा करने को लेकर दृढ संकल्पित हैं।

मैं हमारे ऐतिहासिक सामाजिक प्रयास 'परिवर्तन - प्रिज़न टू प्राइड' की सफलता की कहानी बताना चाहूंगा। यह सामाजिक जिम्मेदारी और आमूलचूल परिवर्तन के प्रति आपकी कंपनी की प्रतिबद्धता का एक ज्वलंत उदाहरण है। स्वतंत्रता दिवस 2021 के अवसर पर शुरू किए गए इस कार्यक्रम का ध्येय खेलों की ताकत का इस्तेमाल करते हुए जेल के कैदियों का समाज में पुनर्वास करवाना है। किशोर सुधार केंद्रों में युवा कैदियों के लाभ के लिए गणतंत्र दिवस 2023 पर नई दिशा स्माइल फॉर जुवेनाइल' कार्यक्रम शुरू - किया गया। 15 जुलाई, 2023 को इस अभियान का पांचवा चरण शुरू हुआ। तब तक इन दोनों कार्यक्रमों ने भारत के 25 राज्यों की लगभग 80 जेलों और सुधार केंद्रों में लगभग 3,600 कैदियों के जीवन को बदलने का काम किया है।

जल्द ही 'परिवर्तन' का अभूतपूर्व असर देखने को मिला। पुणे की येरवडा जेल के कैदियों की शतरंज टीम 2022 में विश्व शतरंज महासंघ (एफआईडीई) द्वारा आयोजित 'इंटरकॉन्टिनेंटल चेस फॉर फ्रीडम ऑनलाइन चैंपियनशिप फॉर प्रिजनर्स' में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय टीम के रूप में उभरी मई 2023 में, अमेरिका में आयोजित 'चेस फॉर फ्रीडम' सम्मेलन में इस अनूठी परियोजना ने भारी प्रशंसा पाई। इस प्रयास ने आपकी कंपनी को 'स्पोर्टस फॉर सोशल गुड श्रेणी में प्रतिष्ठित स्पोर्टस्टार ऐसेज़ अवॉर्ड-2023 भी दिलाया है।

इंडियन ऑयल के लोग: प्रगति और उत्कृष्टता के उत्प्रेरक

अक्सर कहा जाता है कि आंकड़े सच्ची कहानी बताते हैं। और इन बेहतरीन आंकड़ों के पीछे उन प्रेरित लोगों की मेहनत छुपी है जो इन्हें मुमकिन बनाते हैं। इंडियनऑयल में, हमारा दृढ विश्वास है कि लोगों को केंद्र में रखना ही उत्कृष्टता के लिए हमारे ब्लूप्रिंट की आधारशिला है। हम मानते हैं कि हमारी उपलब्धियां महज़ रणनीतियों और निवेशों की वजह से नहीं, अपितु हर उस व्यक्ति की सामूहिक लगन और समर्पण का परिणाम हैं, जो हमारी सफलता में योगदान देता है।

सर्वोत्तम प्रथाओं और प्रोटोकॉल का पालन करते हुए हम सुनिश्चित करते हैं कि अपने लोगों का कल्याण करने के अटूट संकल्प से ही हम प्रगति प्राप्त करें और सच्चे कल्याण की शुरुआत समावेशन से ही होनी चाहिए।

अंतरर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 पर हमने कार्यस्थल समानता का अपना ध्येय पाने के लिए तीन महत्वपूर्ण नीतिगत बदलावों की घोषणा की। ये बदलाव अधिक लचीली और संवेदनशील मातृत्व नीतियां प्रदान करने पर जोर देते हैं, जो कि महिलाओं को सशक्त बनाने के हमारे मौजूदा प्रयासों को सुदृढ़ करता है। महिला कर्मचारियों को परिवहन सहायता और सुसज्जित क्रेच सुविधाएं प्रदान करने जैसी पहल, पहले ही लागू की जा चुकी हैं। हालांकि, अब भी एक ऐसे सांस्कृतिक बदलाव को बढ़ावा देना जरूरी है, जिसमें पुरुषों और महिलाओं, दोनों को पारिवारिक जिम्मेदारियां बांटने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। एक समतापूर्ण समाज का निर्माण करके ही हम सुनिश्चित कर सकते हैं कि महिलाएं या पुरुष अपने करियर या पारिवारिक जीवन से समझौता किए बगैर दोनों का आनंद ले सकें।

हम इंडियनऑयल के सदस्यों के समग्र कल्याण को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। उनका शारीरिक स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए हमारे पास एक सुदृढ़ प्रणाली है, और अब हमने दिल्ली-एनसीआर में अपने कुछ कार्यालयों में प्रायोगिक परियोजना के रूप में अपने कर्मचारी सहायता कार्यक्रम 'परामर्श' के जरिए परामर्श सेवाएं भी देनी शुरू की हैं। इसका उद्देश्य हमारे ऊर्जा कर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा करना है, जो असंख्य चुनौतियों के बीच भी कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

इसके अलावा, अपने कार्यस्थलों पर समुचित सुरक्षा संस्कृति को बढ़ावा देने और सर्वोत्तम प्रथाओं तथा सख्त प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए पहला इंडियनऑयल सुरक्षा दिवस 29 अक्टूबर, 2022 को जयपुर में मनाया गया। इस दौरान 'स्मृति स्थल' स्मारक का उद्घाटन किया गया, जिसमें ड्यूटी के दौरान जान देने वाले ऊर्जा सैनिकों सहित अन्य को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर 2009 में यहां हुई एक बड़ी घटना से मिली सीख और इस संकल्प को दोहराने का काम किया कि देश को ऊर्जा सेवाएं देते हुए हम उच्चतम सुरक्षा मानक बनाए रखें। सुरक्षा की बात करें तो अक्सर पेट्रोलियम टैंक ट्रकों (टीटी) से सड़क दुर्घटनाएं सार्वजनिक परिवहन मार्गों पर रुकावट पैदा करती हैं। इससे | कई बार मृत्यु, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान और प्रदूषण भी होता है।

औसतन, देश भर में पेट्रोलियम उत्पादों का वितरण करने के लिए लगभग 16,000 टैंक ट्रक विभिन्न भू-भाग वाले इलाकों में प्रतिदिन लगभग 15 लाख किमी की यात्रा करते हैं। इसी प्रकार से, पूरे भारत में रसोई के ईंधन के लिए बल्क और पैक्ड एलपीजी के 24600 वाहन हर दिन लगभग 25 लाख किमी चलते हैं।

ड्राइविंग की सुरक्षित स्थितियां सुनिश्चित करने के लिए, मौजूदा व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम (वीटीएस) को सुव्यवस्थित किया गया। स्पीड, तेज़ी से मोड़ना, अचानक ब्रेक लगाना और एक्सीलरेशन जैसे प्रमुख मानकों की निगरानी की गई और देश भर में दुर्घटना संभावित क्षेत्रों का विश्लेषण किया गया। इन निष्कषों के आधार पर, गति सीमा का उल्लंघन करने वाले ड्राइवरों के लिए वॉयस अलर्ट शुरू किया गया और रात के दौरान ट्रकों के संचालन में 90% की कमी लाई गई। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि वीटीएस की केंद्रित निगरानी के चलते सड़क दुर्घटनाओं | और मृत्यु दर में काफी कमी आई है।

जैसे-जैसे हम आगे की ओर देख रहे हैं, हम भविष्य को लेकर आशावान हैं। हम अपनी खूबिया का लाभ उठाने, नई संभावनाएं तलाशन उत्साहजनक अवसरों को थामने, निरंतर विकास की राह पर बढ़ने और अपने स्टेकहोल्डरों तथा समुदायों के लिए मूल्यों का सृजन करने को तत्पर हैं।

सबसे बढ़िया बात यह है कि हम अपनी सीमाओं से परे, एक विशाल क्षितिज में अपने पंख फैला रहे हैं। देश के ऊर्जा संरक्षक होने के अलावा हम नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देशों के ऊर्जा परिदृश्य को सुदृढ़ करने के भारत के विज़न में भी सहयोग कर रहे हैं।

हमारी यह यात्रा उत्कृष्टता की दिशा में अथक प्रयास है, जहां हर हासिल उपलब्धि हमें एक उजले भविष्य की ओर ले जाती है। निस्संदेह, यह यात्रा जितनी रोमांचक रही है उतनी चुनौतीपूर्ण भी, लेकिन यह नए अवसरों से भी भरी है और हमारे लिए ऊर्जा व्यवसाय में नये आयाम खोल रही है। हमारे लिए सच्ची उपलब्धि महज आंकड़े नहीं है, बल्कि वे 1.4 बिलियन प्रेरणा देने वाले भारतीय हैं जो इन आंकड़ों में जीवन भरते हैं। सच्ची उपलब्धि 'राष्ट्र प्रथम' की उस भावना में है जो हम अपने हर कार्य में प्रदर्शित करते हैं।

साथ मिलकर हम एक ऐसी अदम्य शक्ति बन जाते हैं, जो अपने देश की प्रगति के लिए कृत संकल्प और एकजुट है। आइए, हम वह बदलाव स्वयं में लाएं जो हम दुनिया में देखना चाहते हैं, और 'भारत की ऊर्जा' के रूप में अपनी स्थिति को सुदृढ़ करें।

आपके इस अटूट विश्वास और सहयोग के लिए धन्यवाद।

हस्ता. /-

श्रीकांत माधव वैद्य

अध्यक्ष, इंडियन ऑयल