मानव

पूंजी

सशक्त बदलावों को बनाए रखने और कुशल निष्पादन के लिए मार्ग प्रशस्त करने के लिए, हम ऐसे प्रतिभाशाली लोगों पर भरोसा करते हैं जो निष्पादन-आधारित कार्य संस्कृति के माध्यम से उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। लोगों के विकास, कर्मचारी सहयोग और निरंतर सीखने पर हमारा जोर हमारे मानव संसाधन को पेशेवर और संगठनात्मक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए हमेशा तैयार रहने की सामर्थ्य देता है।

31,095

कुल कर्मचारी

2,726

महिला कर्मचारी

प्रमुख विषय

आर्थिक निष्पादन

ग्राहक संतुष्टि और ब्रांड निष्ठा

सामुदायिक विकास

व्यावसायिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा

इंडियन ऑयल में, हम अपने लोगों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं। इसलिए, हम व्यावसायिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संबंधी विषयों के समस्त पहलुओं को शामिल करते हुए, क्षमता निर्माण से लेकर विशिष्ट प्रशिक्षण कार्यक्रमों के विकास तक विभिन्न पहलों को निरंतर कार्यान्वित करते रहते हैं। क्षमता निर्माण और व्यापक प्रशिक्षण प्रक्रियाओं पर जोर देकर, हमारा लक्ष्य अपने परिचालन में एक सुरक्षित कार्य परिवेश बनाना है। इस संदर्भ में वर्ष 2022-23 के दौरान निम्नलिखित पहल की गईं-

इंडियन ऑयल ने राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम को प्रोत्साहन देने के लिए 22 नवंबर 2022 को 'टीबी मुक्त इंडियन ऑयल परिवार' कार्यक्रम शुरू किया। इस कार्यक्रम में 2025 तक टीबी मुक्त भारत' के लक्ष्य को हासिल करने के लिए संपूर्ण कार्यबल की स्क्रीनिंग, जागरूकता पैदा करना और क्षमता निर्माण शामिल है। चरण-1 में 'टीबी मुक्त इंडियन ऑयल परिवार' ऐप की मदद कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को शामिल करके इसे 31 जनवरी 2023 तक सफलतापूर्वक पूरा किया गया। वर्तमान में चरण - 2 और चरण-3 के तहत संविदा कर्मचारी और रिटेल आउटलेट कर्मचारियों को शामिल करते हुए यह कार्यक्रम जारी है।

पहला इंडियनऑयल सुरक्षा दिवस 29 अक्टूबर 2022 को मनाया गया, जो इंडियन ऑयल की सुरक्षा के प्रति वचनबद्धता की पुष्टि करता है। इंडियन ऑयल के चेयरमैन ने ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देने और उनका सम्मान करने के लिए जयपुर टॉप, मोहनपुरा में 'स्मृति स्थल' समर्पित किया।

विभिन्न विभागों के बीच स्वास्थ्य, सुरक्षा और पर्यावरण (एचएसई) पहल पर बेहतर तालमेल और समन्वय को बढ़ावा देने के लिए, एक संभागीय एसएसई बैठक 'समन्वय' का आयोजन किया गया। इसमें रिफाइनरियों, मार्केटिंग, पाइपलाइन, अनुसंधान एवं विकास और बिजनेस डेवलपमेंट के एचएसई प्रमुखों के साथ- साथ उनकी संबंधित टीमों ने भी भाग लिया। इस बैठक ने प्रभागों के लिए नई एचएसई पहलों के बारे में प्रस्तुतियां देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया, जिन्हें विभिन्न विभागों में कार्यान्वित किया जा सकता है। इस सामूहिक प्रयास का उद्देश्य स्वास्थ्य, सुरक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में ज्ञान साझा करने और सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों के कार्यान्वयन को बढ़ावा देना है।

इंडियन ऑयल ने मई 2022 में तेल विपणन कंपनियों के स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं पर्यावरण प्रमुखों की एक बैठक 'संवाद' का आयोजन किया। इस बैठक में स्वास्थ्य, पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली में सुधार, तेल उद्योग सुरक्षा और में दुर्घटनाओं को कम करने और पीईएसओ, पीएनजीआरबी और ओआईएसडी से संबंधित मुद्दों से निपटने की पहलों के बारे में चर्चा पर ध्यान केंद्रित किया गया।

आस-पास के अस्पतालों के सहयोग से विपणन प्रभाग के विभिन्न स्थानों पर स्वास्थ्य जांच शिविर सफलतापूर्वक आयोजित किए गए। इन शिविरों का उद्देश्य व्यक्तियों के ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर लेवल, वजन और आंखों की जांच सहित स्वास्थ्य मानकों का आकलन करना था। पेट्रोलियम, तेल व स्नेहक (पीओएल) और एलपीजी स्थानों पर 89.1% की उल्लेखनीय कवरेज दर के साथ कुल 32,240 ड्राइवरों की जांच की गई। इसके अलावा, पानीपत में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए जिससे लगभग 500 कर्मियों को लाभ हुआ। पारादीप रिफाइनरी में, विशेष रूप से ड्राइवरों के लिए एक स्वास्थ्य शिविर और नेत्र जांच शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर में 400 ड्राइवरों ने जांच कराई और जरूरतमंद लोगों को 160 चश्मे वितरित किए गए। ये सभी पहल इंडियनऑयल की अपने कर्मचारियों और हितधारकों के स्वास्थ्य एवं कल्याण को सुनिश्चित करने के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है।

प्रशिक्षण एवं विकास

इंडियन ऑयल एक सुदृढ नेतृत्व को बढ़ावा देता है और कर्मचारियों को अपने काम की पूरी जिम्मेदारी लेने और सार्थक प्रभाव छोड़ने हेतु सक्षम बनाने में विश्वास रखता है। इसलिए, हम लोगों के अनुरूप ऐसी मानव संसाधन नीतियों और कार्यप्रणालियों को अपनाने का प्रयास करते हैं जो समस्या समाधान के लिए परामर्शात्मक और सहयोगात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देती हैं। सभी स्तरों पर नेतृत्त्व संबंधी गुणों को बढ़ावा देने के लिए तैयार किए गए विभिन्न प्रमुख कार्यक्रमों का विकास इस बात का प्रमाण है कि हम किस तरह क्षमता निर्माण और कौशल को बढ़ावा दे रहे हैं। कर्मचारियों को संगठन के भीतर विशेष भूमिकाओं के अनुरूप विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रमों से भी लाभ हुआ। इस क्रम में वर्ष के दौरान शुरू की गई विभिन्न शिक्षण एवं विकास पहल-

ख़तरा और संचालन क्षमता अध्ययन (हाजोप) और जोखिम विश्लेषण प्रशिक्षण

उद्योग प्रशिक्षण कार्यक्रम में व्यवहार आधारित सुरक्षा कार्यान्वयन

'इलेक्ट्रिकल सेफ्टी' पर प्रशिक्षण कार्यक्रम

सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण के लिए 'संपर्क' ऐप

सीआईएमएस (केंद्रीकृत एकीकृत प्रबंधन प्रणाली) और एकीकृत प्रबंधन योजना (आईएमपी) के बारे में प्रशिक्षण

मध्यमा मिड करियर ट्रेनिंग प्रोग्राम

महिलाओं के नेतृत्व में विकास पर आरोही 5.0 प्रमुख कार्यक्रम

सारथी (वन-ऑन-वन एग्जीक्यूटिव कोचिंग)

ई-लर्निंग इकोसिस्टम, स्वाध्याय

हार्वर्ड मैनेजमेंटर (एचएमएम) द्वितीय वर्ष

इंडियन ऑयल के संधारणीय विकास विभाग, एनएमआईएमएस मुंबई के सहयोग से, हमने वैश्विक सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में कर्मचारियों के बीच जागरूकता फैलाने और संधारणीय विकास पहलों के लिए समर्थकों (एडवोकेट) के समूह को बढ़ावा देने के लिए एक अनूठा कार्यक्रम शुरू किया है।

लाइसेंसर और एक्सपर्ट्स के सहयोग से फ्रंटलाइन केमिकल इंजीनियरों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम

पेट्रोकेमिकल और रिफ़ाइनरी प्रौद्योगिकियों पर क्रॉस इंडस्ट्री कार्यशाला एवं प्रशिक्षण

संगठनात्मक सुधार के लिए विचारों के सृजन को प्रोत्साहित करने के मकसद से फ्रंटलाइन ऑफिसर्स के साथ बातचीत और 'फेस्टिवल ऑफ आइडिया (विचारों का महोत्सव ) का आयोजन ।

हमने वैश्विक सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में कर्मचारियों के बीच जागरूकता फैलाने और संधारणीय विकास पहलों के लिए समर्थकों (एडवोकेट) के एक समूह को बढ़ावा देने के लिए एक अनूठा कार्यक्रम शुरू किया है।

सेवानिवृत्ति की औपचारिकताओं को सरल बनाना

हमारा नया एकीकृत पोर्टल 'ई-संबंद्ध सेवानिवृत्त होने वाले और सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों के लिए तैयार किया गया है। यह सेवानिवृत्ति की औपचारिकताओं, पीआरएमबीएफ आवश्यकताओं, एसएबीएफ पेंशन और अनुग्रह राशि संबंधी जानकारी के लिए सिंगल (टप्वाइंट (संपर्क बिंदु) की सुविधा प्रदान करता है। यह पेपरलेस दावों और केंद्रीकृत सेवाओं के साथ, सुविधा, डेटा की सटीकता और समय की बचत सुनिश्चित करता है। 'ई-संबंद्ध पोर्टल का उद्देश्य सेवानिवृत्ति के अनुभव को बेहतर बनाना और निरंतर सहायता प्रदान करना है, जो प्रौद्योगिकी आधारित समाधानों के माध्यम से कर्मचारी की संतुष्टि के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

विविधता और समावेशन

इंडियन ऑयल में, हमारे पास एक समावेशी, सहयोगी और विविधतापूर्ण कार्य संस्कृति बनाने के लिए वैश्विक सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों के साथ तालमेल बनाते हुए सुदृढ़ जन केंद्रित प्रक्रियाएं हैं। हम मानवाधिकारों को कायम रखने और लैंगिक, जाति, पंथ, राष्ट्रीयता और शारीरिक क्षमता के आधार पर बिना किसी भेदभाव के समान रोजगार के अवसर प्रदान करने में भरोसा रखते हैं। इसके अलावा, हमने समावेशी कामकाजी परिवेश बनाने के लिए एक व्यापक विविधता, समानता और समावेशन (डीई एंड आई) सूचकांक विकसित किया है।

हमने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के मकसद से 26 युवा महिला अधिकारियों के लिए अपराजिता कार्यक्रम आयोजित किया। आरोही 5.0 महिलाओं के नेतृत्त्व में विकास का हमारा प्रमुख कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम भावी भविष्य के बिजनेस लीडर्स तैयार करने के लिए शुरू किया गया था। इस तरह के प्रयास एक समावेशी कार्य परिवेश बनाने की हमारी प्रतिबद्धता दर्शाते हैं। यह परिवेश प्रत्येक व्यक्ति को आगे बढ़ने और हमारी सफलता में योगदान देने में सक्षम बनाता है।

8.76%

कार्यबल में महिलाएं

राष्ट्र की क्षमता निर्माण

सहयोगात्मक साझेदारियों और प्रतिभा विकास संबंधी प्रयासों के माध्यम से, हम एक सक्षम एवं कुशल कार्यबल के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। लोगों को आवश्यक ज्ञान और क्षमताओं से लैस कर के हम सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं और देश की समग्र प्रगति तथा विकास में योगदान दे रहे हैं। हमने आशय विवरण (एसओआई) के माध्यम से भारत सरकार के क्षमता निर्माण आयोग (सीबीसी) के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी का उद्देश्य ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना और भूमिकाओं, गतिविधियों तथा दक्षताओं के लिए एक व्यापक ढांचे के कार्यान्वयन को प्रोत्साहन देना है। इसके अलावा, हम सरकारी अधिकारियों और अन्य हितधारकों के लिए क्षमता निर्माण कार्यशालाएं भी आयोजित करेंगे।

इसके साथ ही, हमारी प्रतिभा विकास पहलों ने स्वीकार्यता और भरोसा अर्जित किया है। इससे हमें रक्षा क्षेत्र के नवगठित सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) के अधिकारियों के लिए व्यावहारिक कार्यकारी विकास कार्यक्रम चलाने का काम सौंपा गया है। इन कार्यक्रमों को नागपुर में राष्ट्रीय रक्षा उत्पादन अकादमी में प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किया जा रहा है, जो रक्षा क्षेत्र में पेशेवरों की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए इंडियनऑयल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।