विनिर्मित

पूंजी

हमारा विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा और सर्वश्रेष्ठ परिसंपत्तियां हमें अनवरत असाधारण निष्पादन करने के लिए सक्षम बनाती हैं। तेल रिफाइनरियों के विस्तृत नेटवर्क के प्रबंधन से लेकर एक मजबूत पेट्रोलियम पाइपलाइन नेटवर्क को बनाए रखने तक, हम भारत व विदेशों में अन्वेषण और उत्पादन संबंधी गतिविधियों को शुरू करने के लिए लगातार अपनी क्षमता को बढ़ा रहे हैं।

9

रिफाइनरीज

60,000+

मार्केटिंग टच पॉइंट

17,000+ किमी

पाइपलाइन

प्रमुख विषय

उत्पाद संबंधी प्रबंधन

ग्राहक संतुष्टि और ब्रांड निष्ठा

धारणीय आपूर्ति श्रृंखला

रिफाइनिंग

इंडियन ऑयल ने तेल रिफाइनिंग और मार्केटिंग में आत्मनिर्भरता हासिल करने के भारत सरकार के विज़न को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत की रिफाइनिंग क्षमता में 28 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ, हमने अपनी उत्पाद श्रृंखला का निरंतर विस्तार किया है और नए ऊर्जा समाधान लागू किए हैं, कई उल्लेखनीय 'उपलब्धियां हासिल की हैं, जो पहली बार हुई हैं और उल्लेखनीय व्यवसाय वृद्धि प्रदान की है। वर्तमान में, भारत में हमारी नौ रिफाइनरियां हैं, जो हमारे संधारणीयता लक्ष्यों को पूरा करते हुए देश की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को प्रभावी ढंग से पूरा कर रही हैं।

70.05 एमएमटीपीए

रिफाइनिंग क्षमता

US$ 19.52 यूएस डॉलर प्रति बैरल जीआरएम

( 2021-22 में 11.25 यूएस डॉलर प्रति बैरल )

72.41 एमएमटी

रिफ़ाइनरी थ्रूपुट ( 2021-22 में 67.67 एमएमटी)

103.4%

रिफ़ाइनरी क्षमता का उपयोग (2021-22 96.6%)

निष्पादन की खास बातें

पानीपत रिफ़ाइनरी की क्षमता को 15 एमएम टीपीए से बढ़ाकर 25 एमएमटीपीए करना ।

बरौनी रिफ़ाइनरी की क्षमता को 6.0 से बढ़ाकर 9.0 एमएमटीपीए करना, अपनी उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाना।

कंपनी के पेट्रोकेमिकल इंटेसिटी इंडेक्स (पीआईआई) में सुधार के लिए पारादीप रिफ़ाइनरी में एक अत्याधुनिक ग्रासरूट पैरा जाइलीन और प्यूरीफाइड टेरेफ्थेलिक एसिड प्लांट का निर्माण किया गया।

गुजरात रिफाइनरी में एक ऐक्रेलिक / ऑक्सो अल्कोहल परियोजना का निर्माण कार्य किया गया, जो एक सुदृढ़ मूल्यवर्धित उत्पाद पोर्टफोलियो के निर्माण की दिशा में विविधीकरण पर हमारे फोक्स को प्रदर्शित करती है।

पहली बार वाली उपलब्धियों का साल

पानीपत रिफाइनरी में अपनी तरह का पहला 2जी इथेनॉल संयंत्र (पराली से बायोइथेनॉल के उत्पादन के लिए) चालू किया गया और राष्ट्र की सेवा में समर्पित किया गया।

हल्दिया रिफ़ाइनरी में भारत का पहला वेट सल्फ्यूरिक अम्ल संयंत्र चालू किया गया।

बरौनी रिफ़ाइनरी में हमारी पहली इंडजेट यूनिट और गुवाहाटी में इंडसेलेक्टजी यूनिट चालू की गई।

बरौनी में भारत का पहला ग्रीन कूलिंग टॉवर स्थापित किया गया। यह टॉवर पारंपरिक प्रणालियों के लिए ऊर्जा दक्ष व पर्यावरण अनुकूल विकल्पों को तलाशने और क्रियान्वित करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

गुजरात रिफाइनरी ने सफलतापूर्वक एवीजीएएस 100 एलएल का उत्पादन किया, जिससे भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है जो इस विशिष्ट ईंधन का उत्पादन कर सकते हैं।

Did You Know

The Company expanded its crude basket by including 36 new grades of crude from different regions such as Africa, Middle East, America, and Russia, among others, during 2022-23 and now has a total of 247 grades of crude.

आउटलुक (परिदृश्य)

देश में पेट्रोलियम, तेल और स्नेहक (पीओएल) की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, हमने एक महत्वाकांक्षी क्षमता विस्तार योजना आरंभ की है। 2026 तक, हमारी स्वीकृत परियोजनाएं कच्चे तेल की हमारी शोधन क्षमता को मौजूदा 70.05 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 87.9 एमएमटीपीए कर देंगी। हम अफ्रीका, मध्य पूर्व, अमेरिका व रूस और अन्य स्थानों सहित विभिन्न क्षेत्रों से कच्चे तेल के छत्तीस नए ग्रेड को शामिल कर अपने कच्चे तेल स्त्रोतों में विविधता ला रहे हैं। यह रणनीतिक कदम हमें अपनी क्रूड बास्केट का विस्तार करने, फीडस्टॉक की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करने और उच्च गुणवत्ता वाले पेट्रोलियम उत्पादों का कुशलतापूर्वक उत्पादन करने के लिए अपनी रिफाइनिंग प्रक्रियाओं को अनुकूल बनाने की सुविधा प्रदान करता है। इन पहलों के जरिए, हम देश में पीओएल उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा करने, ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाने और देश के आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

पाइपलाइन्स

हम दुनिया में सबसे बड़े और सबसे व्यापक पेट्रोलियम पाइपलाइन नेटवर्क में से एक का प्रबंधन करते हैं। सुरक्षित, किफायती और ऊर्जा दक्ष पर जोर देने के साथ, हम पर्यावरण के अनुकूल व्यावहारिक तरीके से कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पादों का निर्बाध परिवहन सुनिश्चित करते हैं।

अधिकतम थ्रूपुटः

53.4 एमएमटी

क्रूड पाइपलाइन के लिए

41.7 एमएमटी

उत्पाद पाइपलाइन के लिए

3,077 एमएमएससीएम

गैस पाइपलाइन के लिए

देश के पाइपलाइन नेटवर्क में बाजार हिस्सेदारी:

51%

कच्चे तेल की पाइपलाइन

52%

उत्पाद पाइपलाइन

3%

गैस पाइपलाइन

*पीपीएसी रिपोर्ट, फरवरी 2023

95.04 एमएमटी

में अब तक का सबसे अधिक लिक्विड थ्रूपुट हासिल किया गया

119.20 एमएमटीपीए

कच्चे तेल और उत्पाद पाइपलाइनों की क्षमता

48.73 एमएमएससीएमडी

गैस पाइपलाइन की क्षमता

17,564 किमी

पाइपलाइन का कुल नेटवर्क प्रबंधन

94%

पाइपलाइन क्षमता का उपयोग (2021-22 87%)

क्या आप जानते हैं

हमने पिछले साल लगभग 2.450 किमी पाइपलाइन का विस्तार किया, जो पाइपलाइन खंड के रजत जयंती वर्ष में अब तक का सबसे बड़ा विस्तार है। पारादीप पटना एलपीजी पाइपलाइन के चालू होने से, अब हमारे पास देश का सबसे लंबा एलपीजी नेटवर्क है।

निष्पादन की खास बातें

क्रूड पाइपलाइनों ने गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में *10% की वृद्धि के साथ रिकॉर्ड थ्रूपुट हासिल किया।

उत्पाद पाइपलाइनों ने पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 20% की वृद्धि के साथ रिकॉर्ड थ्रूपुट हासिल किया।

गैस पाइपलाइनों ने पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 3.1% अधिक थ्रूपुट हासिल किया।

पारादीप - रायपुर रांची पाइपलाइन (पीआरआरपीएल) के जरिए पहली बार एटीएफ बैच को भुवनेश्वर टर्मिनल पर सफलतापूर्वक पहुंचाया गया। इस पहल के परिणामस्वरूप, 8.5 टीकेएल का बैच पारादीप रिफाइनरी से पंप होने से ₹365 प्रति मीट्रिक टन तक की उल्लेखनीय लॉजिस्टिक बचत हुई।

इस उद्योग में अपनी तरह की पहली पहल के रूप में, एलपीजी पाइपलाइन में एक डीआरए (ड्रैग रिड्यूसिंग एजेंट) परीक्षण किया गया, जिसकी शुरुआत पानीपत जालंधर पाइपलाइन से की गई।

मौजूदा प्राकृतिक गैस पाइपलाइनों में हाइड्रोजन भरने के लिए अग्रणी प्राकृतिक गैस ट्रांसमिशन नेटवर्क कंपनियों में से एक, इटली की स्नैम कंपनी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। यह कदम पाइपलाइन नेटवर्क की दक्षता और स्थिरता में सुधार लाएगा।

आउटलुक (परिदृश्य)

हम नई पाइपलाइन परियोजनाओं को लागू करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इनमें कोयाली (गुजरात) और पानीपत रिफाइनरियों की क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ नागापटूटिनम में जमीनी स्तर की एक नई रिफ़ाइनरी की स्थापना करना शामिल है। हमारा ध्येय जमीनी स्तर और मौजूदा मार्केटिंग टर्मिनलों को पाइपलाइनों से जोड़ना, पेट्रोलियम उत्पादों को निकालना, हवाई अड्डों के लिए एटीएफ पाइपलाइन स्थापित करना तथा सीजीडी जीए रिफाइनरियों और हमारे प्रमुख ग्राहकों की गैस आवश्यकताओं को पूरा करना है। इंडियनऑयल के पाइपलाइन नेटवर्क का विस्तार करने तथा हमारी बाजार हिस्सेदारी को और मजबूत करने के लिए एलपीजी व एटीएफ पाइपलाइनों का निर्माण, पुरानी पाइपलाइनों को नई पाइपलाइनों में बदलने और गुरदासपुर - जम्मू प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजनाओं के कार्यों को जारी रखा गया है। आपकी कंपनी ₹34,755 करोड़ से अधिक मूल्य की पाइपलाइन परियोजनाओं को निष्यादित कर रही है, जिसके फरवरी 2026 तक पूरा होने के बाद पाइपलाइन नेटवर्क की लंबाई बढ़कर लगभग 21,298 किलोमीटर हो जाएगी। साथ ही लिक्विड और गैस पाइपलाइनों के लिए क्रमशः 164.37 एमएमटीपीए और 50.73 एमएमएससीएमडी की क्षमता बढ़ जाएगी।

वपन

इंडियन ऑयल अपने फ्यूल स्टेशनों, स्टोरेज टर्मिनलों, डिपो, विमानन ईंधन स्टेशनों, एलपीजी बॉटलिंग संयंत्रों और ल्यूब सम्मिश्रण संयंत्रों के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से प्रतिदिन लाखों लोगों की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करता है। एशिया के सबसे बड़े विपणन और वितरण नेटवर्क में से एक के साथ, हम अरबों भारतीयों की सेवा करते हुए देश के हर हिस्से में पेट्रोलियम उत्पादों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करते हैं।

विपणन नेटवर्क अवसंरचना पर एक नजर

36,285

रिटेल आउटलेट (2022-23 में 1,784 जोड़े गए)

1,788

सीएनजी स्टेशन (2022-23 में 303 जोड़े गए

45

सीबीजी स्टेशन ( 2022-23 में 19 जोड़े गए)

132

विमानन ईंधन स्टेशन (2022-23 में 5 जोड़े गए)

108

एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र / टर्मिनल (2022-23 में 10 शुरू किए गए)

12,861

एलपीजी वितरक

10

भारत में ल्यूब सम्मिश्रण संयंत्र

704 टीएमटी

सर्वो की अब तक की सबसे अधिक बिक्री (2022-23 में 9.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की)

37

देशों में सर्वो की उपस्थिति

5,461

ईबी चार्जिंग स्टेशन (76 बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों सहित)

निष्पादन की खास बातें

हमने 44.6% की बाजार हिस्सेदारी और 85.8 एमएमटी (एलएनजी को छोड़कर) की बिक्री मात्रा के साथ उद्योग में अपनी अग्रणी स्थिति को बनाए रखा।

1,784 रिटेल आउटलेट (किसान सेवा केंद्र सहित), 303 सीएनजी स्टेशन चालू किए गए। 3,321 ईवी चार्जिंग स्टेशन और 44 बैटरी स्वैपिंग स्टेशन भी चालू किए गए।

10 एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र चालू किए गए जिनमें 5 ग्रीनफील्ड और 5 निजी बॉटलरों के जरिए चालू किए।

इंडियनऑयल एविएशन ने 2022-23 में भी 61.3% की बाजार हिस्सेदारी और 4,514 टीएमटी की बिक्री के साथ बाजार में अपना अग्रणी स्थान बनाए रखा।

देवघर, होलोंगी, आईएनएस पारुंडु ( रामनाड), कूच बिहार और बेलगावी में 5 नए एएफएस की स्थापना की गई, जिससे भारत में एएफएस की संख्या बढ़कर 132 हो गई है। भारतीय वायु सेना के विमानों के लिए कलाईकुंडा एएफएस में एक अत्याधुनिक हाइड्रेट रिफ्यूलिंग सिस्टम का निर्माण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है जिसका प्रचालन जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है।

बेड़े के विस्तार की मांग को पूरा करने के लिए इंडियन ऑयल एविएशन ने अपनी इन हाउस सुविधा का उपयोग करते हुए बीजी क्रायोजेनिक्स से 60 नए रिफ्यूलर की खरीद की।

40,051 क्रायोकेन और 90 औद्योगिक कंटेनरों का अब तक का उच्चतम उत्पादन हासिल किया।

इसके अलावा, नवीनतम नियामक दिशा-निर्देशों के अनुपालन में मौजूदा रिफ्यूएलर्स पर 115 फिल्टर केसिंग को फिल्टर वॉटर सेपरेटर केसिंग में अपग्रेड किया गया।

सिलचर डिपो, गुंतकल डिपो, मोतिहारी टर्मिनल और आसनूर टर्मिनल पर ऑटोमेशन के साथ पीओएल उत्पाद की कमीशनिंग और वाणिज्यिक लोडिंग की शुरुआत हो गई है। इससे कुल टैंकेज क्षमता 238 टीकेएल उपलब्ध हो गई है। इसके अलावा, मनमाड, अहमदनगर, अहमदाबाद, रतलाम और विजयवाड़ा टर्मिनल में ब्राउनफील्ड विस्तार परियोजनाएं शुरू की गई हैं, जिससे कुल टैंकेज क्षमता 411 टीकेएल बढ़ गई है। विशाखापट्टनम की 43 टीकेएल की अतिरिक्त टैंकेज क्षमता कमीशनिंग के लिए तैयार है और ओआईएसडी की स्वीकृति की प्रतीक्षा है।

हमने सर्वो के लिए पिछले दिसंबर में वाशी ग्रीस प्लांट में तीन उच्च दबाव वाले होमोजेनाइजर शामिल किए, जिससे उत्पादन में 20% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

2022-23 के दौरान, टाटा मोटर्स, अशोक लेलैंड, एमजी मोटर्स, हीरो मोटर्स, टीवीएस मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, ब्लू एनर्जी, कमिस आदि जैसी प्रमुख ऑटोमोटिव कंपनियों से 41 ओईएम अनुमोदन मिले हैं।

गुजरात में ब्रांडेड एलपीजी डिलीवरी वाहनों को हरी झंडी दिखाने का समारोह, देश में पहली बार एकता और ब्रांड प्रमोशन का प्रदर्शन

उटलुक (परिदृश्य)

हम देश भर में सक्रिय रूप से ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर रहे हैं और निर्बाध उत्पाद आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अपने वितरण नेटवर्क और ग्राहक आधार का विस्तार कर रहे हैं। अभिनव प्रौद्योगिकियों को अपनाते हुए, हमारा ध्येय प्रक्रियाओं को स्वचालित करना, दक्षता बढ़ाना और लागत को कम करना है। एफएमसीजी और होम केयर खंडों में नए उत्पादों और सेवाओं के जुड़ने से हमारे गैर-ईंधन व्यापार पोर्टफोलियो के भी बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा, हमारी जैव-ईंधन सुविधाओं को विकसित करने की भी योजना है। किफायती परिवहन के लिए संवहनीय विकल्प सस्टेनेबल अल्टरनेटिव टुवर्ड्स अफोर्डेबल ट्रांसपोर्टेशन (एसएटीएटी) पहल के तहत हमने 22 कंप्रेस्ड बायो गैस (सीबीजी) संयंत्र सफलतापूर्वक शुरू किए। सीबीजी को आमजन के लिए सुलभ बनाने के लिए हमने इंडिग्रीन ब्रांड प्रस्तुत किया है और पूरे भारत में 46 रिटेल आउटलेट स्थापित किए हैं।

नए विमानन ईंधन स्टेशन (एएफएस) खोलने, सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (एसएएफ) के साथ प्रायोगिक परीक्षण करने और एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) के लिए अतिरिक्त टैंकेज चालू करने की परियोजनाएं भी चल रही हैं। हम प्रगति की रफ्तार को गति देने के क्रम में, प्रमाणन प्राप्त करने, व्यवहार्यता अध्ययन करने, लागत में कमी सुनिश्चित करने और अपने बहुआयामी प्रचार अभियानों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

प्राकृतिक गैस

हम अपने बुनियादी ढांचे में सुधार, आपूर्ति नेटवर्क के विस्तार और एलएनजी के उपयोग को बढ़ावा देने के अनवरत प्रयासों के माध्यम से प्राकृतिक गैस क्षेत्र में एक प्रमुख अग्रणी कंपनी के रूप में उभरे हैं। बाजार में उल्लेखनीय उपस्थिति के साथ, आज हम भारत में इस क्षेत्र में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी हैं, जो सक्रिय रूप से प्राकृतिक गैस मूल्य श्रृंखला में अपनी स्थिति को मजबूत कर रही है। इसलिए, हम एलएनजी सोर्सिंग बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा, हम अपने ग्राहकों को विश्वसनीय और स्थायी ऊर्जा समाधानों तक आसान पहुंच सुनिश्चित करते हुए, उनके घरों तक सुविधाजनक एलएनजी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

2.84 एमएमटी

2022-23 में ग्राहकों को बिक्री

बाजार में उल्लेखनीय उपस्थिति के साथ, आज हम भारत में इस क्षेत्र में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी हैं जो सक्रिय रूप से प्राकृतिक गैस मूल्य श्रृंखला में अपनी स्थिति को मजबूत कर रही है।

निष्पादन की खास बातें

भारत में प्रमुख राजमार्गों पर 16 एलएनजी रिटेल स्टेशन स्थापित करना, एलएनजी को स्वच्छ और सस्ते ईंधन के रूप में अपनाने की सुविधा प्रदान करना।

जीएसपीएल इंडिया गैसनेट लिमिटेड के साथ साझेदारी में मेहसाणा - भटिंडा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन के 813 किलोमीटर के चरण 2 को सफलतापूर्वक चालू किया गया।

जीएसपीएल के साथ एक गैस परिवहन समझौता पूरा किया, जिससे गुजरात में एलएनजी टर्मिनलों से पानीपत रिफाइनरी तक गैस की ढुलाई संभव हो सकी।

एचपीएचटी गैस की खरीद और आपूर्ति के लिए उर्वरक क्षेत्र की यूरिया विनिर्माण इकाइयों के लिए एक एग्रीगेटर के रूप में नियुक्त किया गया। उर्वरक इकाइयों के लिए आरआईएल-बीपीईएएल की निविदाओं में सफल बोली के माध्यम से 1.53 एमएमएससीएमडी गैस खरीदी।

अपने प्राकृतिक गैस पोर्टफोलियो में 8 नए ग्राहक जोड़े।

व्यापारिक उद्देश्यों के लिए आईजीएक्स (इंडियन गैस एक्सचेंज) के माध्यम से गैस की खरीद शुरू की गई, जहां इंडियनऑयल की 4.93% की इक्विटी हिस्सेदारी भी है।

आउटलुक (परिदृश्य)

हमने शहरी गैस वितरण (सीजीडी) परियोजनाओं के लिए 2022-23 में ₹600 करोड़ से अधिक के परिव्यय के साथ उल्लेखनीय निवेश आवंटित किए हैं। अपने सीजीडी नेटवर्क का विस्तार कर, हमारा ध्येय अपनी पहुंच और अपने ग्राहकों की संख्या बढ़ाना है। ये परियोजनाएं हमें व्यापक उपभोक्ता आधार को स्वच्छ और सस्ते ऊर्जा समाधान प्रदान करने में सक्षम बनाएंगी, जिससे इस क्षेत्र में अग्रणी के रूप में हमारी स्थिति और मजबूत होगी। कंपनी अपने 2 जेवीसी के साथ अब 21 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में फैले 49 जीए और 112 जिलों में मौजूद है। यह उपस्थिति कंपनी को देश के सबसे बड़ी शहरी गैस वितरण कंपनियों में से एक बनाती है। स्टैंडअलोन आधार पर, इंडियनऑयल 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 75 जिलों को कवर करने वाले 26 जीए के लिए प्राधिकृत है।

पेट्रोकेमिकल्स

इंडियन ऑयल भारत के पेट्रोकेमिकल बाजार में एक प्रमुख कंपनी है, जो सक्रिय रूप से इस क्षेत्र में विकास के पर्याप्त अवसरों का लाभ उठा रही है। 'प्रोपेल' ब्रांड के तहत विक्रय किए गए पेट्रोकेमिकल उत्पादों की हमारी विस्तृत श्रृंखला के साथ, हमारा ध्येय अपने ग्राहकों की दैनिक जरूरतों को पूरा करना है। पेट्रोकेमिकल बाजार की विकास की अपार संभावनाओं को ध्यान में रखते करते हुए, हम इस क्षेत्र में भविष्य में विस्तार की अपार संभावनाएं देखते हैं।

4.1 एमएमटीपीए

उत्पादन क्षमता

2.23 एमएमटी

2022-23 में पेट्रोकेमिकल की बिक्री

निष्पादन की खास बातें

रीसाइक्लेट्स मार्केट में सक्रिय रूप से नए अवसरों का पता लगाया गया और 'प्लास्टिक न्यूट्रैलिटी' के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्लास्टिक के रीसाइकल को लेकर हमने एक समर्पित ब्रांड 'साइक्लोप्लास्ट' लॉन्च किया।

शत-प्रतिशत अपशिष्ट रीसाइकल प्लास्टिक का उत्पादन करने के लिए, उच्च गुणवत्ता मानकों को सुनिश्चित करते हुए प्रतिष्ठित रीसाइक्लरों से रीसाइक्लेट्स प्राप्त करना शुरू किया है। यह न केवल एक चक्रीय अर्थव्यवस्था में योगदान देता है बल्कि हमारे पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव में भी काफी कमी लाता है।

बिक्री में उत्पाद की हिस्सेदारी %

उत्पाद पोर्टफोलियो

लीनियर एल्काइन बेंजीन (एलएबी)

शुद्ध टेरेप्थेलिक अम्ल (पीटीए)

पैराक्सिलीन (पीएक्स)

मोनो एथिलीन ग्लाइकोल (एमईजी)

पॉलीप्रोपलीन (पीपी)

लीनियर लो डेंसिटी पॉलीथीन (एलएलडीपीई)

हाई डेंसिटी पॉलीथीन (एचडीपीई)

पॉलीमर

शुद्ध टेरेप्थेलिक अम्ल (पीटीए)

ग्लाइकॉल्स

लीनियर एल्काइल बेंजीन (एलएबी)

अन्य

आउटलुक (परिदृश्य)

हमने 2026-27 तक 8.2 एमएमटीपीए पेट्रोकेमिकल विनिर्माण क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है। वर्तमान में, हमारी पेट्रोकेमिकल्स उत्पादन क्षमता 4.1 एमएमटीपीए है। भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए, हमारा दीर्घकालिक उद्देश्य अपनी पेट्रोकेमिकल क्षमता को 15 एमएमटीपीए तक बढ़ाना और 2029-30 तक पेट्रोकेमिकल तीव्रता सूचकांक को 5.9% से बढ़ाकर 15% करना है। इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा करने के लिए हमने विभिन्न परियोजनाओं की पहचान की है जो वर्तमान में क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं। इन परियोजनाओं में रणनीतिक रूप से निवेश कर और अपनी विशेज्ञता का लाभ उठाकर, हम पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हासिल करने की अपनी क्षमता को लेकर आश्वस्त हैं।

अन्वेषण और उत्पादन

हम कंसोर्टियम भागीदारों के सहयोग से भारत और विदेशों में अन्वेषण एवं उत्पादन (ई एंड पी) गतिविधियों में सक्रिय रूप से जुटे हुए हैं। इन प्रयासों का उद्देश्य हमारे अपस्ट्रीम एकीकरण को मजबूत करना और बढ़ाना है।

18

घरेलू परिसंपत्तियां

11

विदेशी परिसंपत्तियां

निष्पादन की खास बातें

ओएएलपी बिड राउंड- III & V में ऑयल इंडिया लिमिटेड को दिए गए 5 ओएएलपी ब्लॉकों में 30% पीआई के साथ फाड- इन किया।

ओएनजीसी के साथ कंसोर्टियम में, अन्वेषित छोटे क्षेत्रों (डीएसएफ) बोली के राउंड के तहत 2 अनुबंध क्षेत्रों में सफल बोलीदाता के रूप में उभरे।

दो ओएएलपी- अन्वेषण ब्लॉकों के लिए वेदांता से 30% हिस्सेदारी के हस्तांतरण की शुरुआत के लिए वेदांता लिमिटेड के साथ एक फार्म इन फार्म-आउट (फीफो) समझौता पूरा किया।

संभावित अधिग्रहण के लिए अपस्ट्रीम व्यवसाय में प्रवृत्त मध्यम आकार की उपयुक्त कंपनियों को चिह्नित करना, जिसका उदाहरण कॉर्पोरेट दिवालियापन समाधान प्रक्रिया के माध्यम से मर्केटर पेट्रोलियम लिमिटेड (एमपीएएल) में 100% हिस्सेदारी का अधिग्रहण है।

शीघ्र रिटर्न पाने के लिए ई-बोली के माध्यम से झारखंड में 2 कोल बेड मीथेन (सीबीएम) परिसंपत्तियों के मुद्रीकरण की दिशा में काम करना।

तकनीकी वाणिज्यिक व्यवहार्यता के आधार पर संभावित भागीदारी के लिए विदेशी बोली के राउंड और परिसंपत्तियों का मूल्यांकन करना।

आउटलुक (परिदृश्य)

हमारा लक्ष्य वर्ष 2030 तक अपने अपस्ट्रीम एकीकरण अनुपात को मौजूदा 5.3% से बढ़ाकर 10% करना है। ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाने और आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए हमने 2029-30 तक 9.68 एमएमटीपीए का उत्पादन लक्ष्य निर्धारित किया है, ताकि 2022-23 में हमारे 4.27 एमएमटीपीए के वर्तमान उत्पादन को पार किया जा सके। हम घरेलू अन्वेषण बोली के राउंड में भाग लेने, प्रमुख राष्ट्रीय तेल कंपनियों (एनओसी) और अंतरर्राष्ट्रीय तेल कंपनियों (आईओसी) के साथ सहयोग करने, नए अन्वेषित क्षेत्रों में संभावनाएं तलाशने, मौजूदा परिसंपत्तियों में इष्टतम पूंजीगत व्यय और नई उत्पादक परिसंपत्तियों के अधिग्रहण पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।