भारत की रिफाइनिंग क्षमता के लगभग 28% हिस्से के साथ इंडियनऑयल तेल रिफाइनिंग और मार्केटिंग में आत्मनिर्भरता हासिल करने के भारत सरकार के ध्येय को पूरा करने के लिए काम करता रहा है| हमने देशभर में रणनीतिक रूप से नौ रिफाइनरियां लगाई हैं, जो देश की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर रही हैं|
पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती मांग के साथ हम अपनी क्षमताओं को निरंतर बढ़ा रहे हैं| हमारी योजना है कि 2025 तक हम अपनी रिफ़ाइनरी क्षमता को बढ़ाकर 107 एमएमटीपीए कर लें| क्षमता में यह विस्तार गुवाहाटी, बरौनी, गुजरात, पानीपत, डिगबोई और कावेरी बेसिन (सीपीसीएल) रिफ़ाइनरियों में क्रियान्वित किया जा रहा है|
भारत के पेट्रोरसायन बाजार में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी के रूप में इंडियनऑयल, इस बाजार में मौजूद उच्च वृद्धि अवसरों को भुना रही है| पेट्रोरसायन उत्पादों की हमारी पूरी रेंज ‘प्रोपेल’ ब्रांड के अंतर्गत उपलब्ध है, जो हमारे ग्राहकों की दैनिक जरूरतों को पूरा करता है|
हमने ₹ 35,000 करोड़ रुपए के निवेश की योजना बनाई है| यह निवेश हमारी मौजूदा रिफ़ाइनरियों से अनवरत प्राप्त हो रहे उत्पादों की बेहतरी के लिए इस्तेमाल किया जाएगा| इससे हम हाइड्रोकार्बन मूल्य श्रृंखला का बेहतर दोहन कर सकेंगे| पारादीप में पीएक्स-पीटीए और एथिलीन ग्लाइकोल परिोजनाएं और गुजरात में ऑक्सो अल्कोहल परिोजना, ये तीन प्रमुख पेट्रोकेमिकल इस वक्त चल रही हैं| इनमें से एथिलीन ग्लाइकोल परियोजना 2022-23 में पूरी होने का अनुमान है|
की सर्वोच्च वार्षिक पेट्रोरसायन बिक्री
पॉलीप्रोपिलीन की बिक्री का आंकड़ा पार किया
की सर्वोच्च पॉलीमर बिक्री
उत्पाद अनुप्रयोग और विकास केंद्र, पानीपत
दुनिया के सबसे लंबे पाइपलाइन नेटवर्क का प्रंबधन करते हुए इंडियनऑयल कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पादों का सुरक्षित, किफायती, उर्जाक्षम और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन सुनिश्चित करता है|
तरल थ्रूपुट हासिल किया 2021-22 में
कच्चे तेल और उत्पाद पाइपलाइनों की क्षमता
पाइपलाइन का कुल नेटवर्क
गैस पाइपलाइन की क्षमता
हम नागापट्टिनम (तिमलनाडु) में नई आधारभूत रिफ़ाइनरी सहित तीन प्रमुख परियोजनाओं को लागू कर रहे हैं| इनमें कोयाली रिफ़ाइनरी (गुजरात) की क्षमता 13.7 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 18 एमएमटीपीए (जे-18) करना, बरौनी रिफ़ाइनरी (बिहार) की क्षमता 6 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 9 एमएमटीपीए (बीआर-9) करना, पानीपत रिफ़ाइनरी (हरिाणा) की क्षमता को 15 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 25 एमएमटीपीए (पी-25) करना शामिल है| ये तीन परिोजनाएं अन्य परियोजना गतिविधियो का मार्गदर्शन करेंगी जिन्हें निकट भविष्य में पाइपलाइन खंड में लागू किया जाएगा, ताकि कच्चे तेल की बढ़ती आवश्कताओं को पूरा किया जा सके और इन प्रमुख परियोजनाओं के कार्यन्वयन से निकलने वाले पेट्रोलिम उत्पादों को मांग केंद्रों तक पहुंचाया जा सके|
इंडियनऑयल भारत में आरएलएनजी बाजार में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है| हम एलएनजी सोर्सिंग को बढ़ाकर, आयात टर्मिनलों, पाइपलाइन और शहरी गैस वितरण नेटवर्क को सुदृढ़ करते हुए तथा अपने ग्राहकों को ‘एलएनजी एट द डोरस्टेप’ सेवा प्रदान करते हुए प्राकृतिक गैस मूल्य श्रृंखला में अपनी स्थिति को मजबूत कर रहे हैं|
अगले वर्ष में पांच भौगोलिक जगहों मुरैना, भागलपुर, देवघर, सालेम और विशाखापत्तनम में सीजीएस/एलएनजी हब में ‘गैस-इन’ केंद्र बनाना प्रस्तावित है| इसके अलावा, 120 सीएनजी स्टेशनों के मार्च 2023 तक यांत्रिक रूप से पूरा होने की उम्मीद है|
अगले पांच वर्षों में इंडियनऑयल ने उत्तर-पूर्वी रिफ़ाइनरियों से उत्तरपूर्वी गैस ग्रीड के जरिए जुड़कर 18-20 एमएमटीपीए तक की वृद्धि की परिकल्पना की है| इसके लिए एन्नोर में विस्तार और भौगोलिक क्षेत्रों में सीजीडी बुनिादी ढांचागत विकास किया जाएगा| इस प्रकार, हम प्रयास कर रह है कि आरएलएनजी खंड में लगभग 40% बाजार हिस्सेदारी पर पकड़ बनाई जाए|
इंडियनऑयल अपने अपस्ट्रीम एकीकरण को बढ़ाने के लिए कंसोर्शियम भागीदारों के सहोग से देश के भीतर और बाहर, दोनों जगह अन्वेषण और उत्पादन गतिविधियां चलाता रहा है|
हम इस खंड में अपनी बाजार स्थिति को और मजबूत करने के अवसरों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं| हम 2030 तक 11 एमएमटीपीए के उत्पादन हिस्से के साथ अपने अपस्ट्रीम फुटप्रिंट को 10०% अपस्ट्रीम एकीकरण में विस्तार करने की योजना बना रहे हैं|
कोल बेड मीथेन (सीबीएम) ब्लॉक, झारखंड में कुआं संख्या बीआर-51 में जारी प्रचालन|
इंडियनऑयल अपने ईंधन स्टेशनों, थोक भंडारण टर्मिनलों, इनलैंड डिपो, विमानन ईंधन स्टेशनों, एलपीजी बॉटलिंग संंयंत्रों और ल्यूब सम्मिश्रण संंयंत्रों के अपने विशाल नेटवर्क के माध्यम से प्रतिदिन लाखों लोगों की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति करता है| दशकों से, कंपनी देश के हर हिस्से में पेट्रोलियम उत्पादों की निर्बाध आपूर्ति की प्रतिबद्धता पर खरा उतर रही है|
हम ई-वाहन और शून्य उत्सर्जन वाले ईंधन को अपनाने की ओर बढ़ रहे हैं| साथ ही, हम देशभर में ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की दिशा में लगातार निवेश कर रहे हैं| इसके अलावा, उत्पादों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए, हम अपने वितरण नेटवर्क को बढ़ाने के साथ-साथ अपने ग्राहक आधार के विस्तार पर भी धन केंद्रित कर रहे हैं| हम अपनी समग्र दक्षता में सुधार और लागत को कम करने के लिए अपनी प्रक्रिओं को स्वचालित करने के लिए नई और नवीन तकनीकों की शक्ति का भी उपोग कर रहे हैं| अपने गैर-ईंधन व्यवसाय में, ग्राहकों के लिए पेश किए जाने वाले उत्पादों की श्रेणी के विस्तार पर हमारा फोकस रहेगा, जिसमें एफएमसीजी और होम केयर उत्पादों और सेवाओं को भी शामिल किया जाएगा| हम कार्यात्मक आवश्कताओं के अनुरूप जैव-ईंधन सुविधाओं को विकसित करने की भी योजना बना रहे हैं|
टर्मिनल और डिपो
रिटेल आउटलेट (केएसके सहित)
विमानन ईंधन स्टेशन
एलपीजी बॉटलिंग संंत्र/टर्मिनल
उपभोक्ता पंप
ल्यूब सम्मिश्रण संंयंत्र भारत में
एलपीजी वितरक
एलपीजी बॉटलिंग क्षमता (टीएमटीपीए)
सीएनजी स्टेशन भारत में
ईवी चार्जिंग स्टेशन (34 बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों सहित)