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प्रधानमंत्री मोदी सात दशक बाद कुनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों का स्वागत करेंगे
New Delhi   14-Sep-2022

इंडियन ऑयल एवं राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) द्वारा संचालित चीता पुन:प्रवेश परियोजना औपचारिक रूप से 17 सितंबर, 2022 को शुरू होगी। नामीबिया से भारत में लाए जा रहे चीतों के पहले बैच को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में कुनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा जाएगा । प्रमुख ऊर्जावान कंपनी के रूप में इंडियन ऑयल, इस परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए 50.22 करोड़ रुपये के साथ एनटीसीए को सहयोग प्रदान करेगा।

श्री एस एम वैद्य, अध्यक्ष, इंडियनऑयल ने इस परियोजना की जानकारी देते हुए कहा, " भारतीय धरती पर चीतों की पुनः वापसी पर इंडियनऑयल को गर्व है। यह भारत के वन्यजीवों को संरक्षित,बढ़ाने और स्वस्थ पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए आवश्यक है एवं माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने के इंडियनऑयल के संकल्प की पुष्टि करता है। मूल चीता आवासों और उनकी जैव विविधता को बहाल करने से जैव विविधता के संरक्षण और तेजी से नुकसान को रोकने की दिशा में यह एक नया कदम होगा । इस विशेष उद्देश्य को चैंपियन करने वाले एकमात्र कॉर्पोरेट के रूप में, हमें उम्मीद है कि इस परियोजना की सफलता एक स्थायी भविष्य तैयार करने के लिए और अधिक रास्ते खोलेगी"।

भारत में चीता को आधिकारिक तौर पर 1952 में विलुप्त घोषित कर दिया गया था। भारत सरकार के प्रजाति रिकवरी कार्यक्रम के तहत, विलुप्त होने वाली प्रजातियों को उनके ऐतिहासिक प्राकृतिक आवास में बहाल किया जाता है। ऐसी कुछ ऐतिहासिक परियोजनाओं में पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों का लाना और बांधवगढ़ में गौर (भारतीय बाइसन) की वापसी शामिल है। मध्य प्रदेश का कूनो राष्ट्रीय उद्यान अब अफ्रीका से लाए जा रहे चीता का स्वागत करेगा, जो देश में प्रजातियों के लिए एक नई शुरुआत करेगा। इंडियनऑयल की तरफ से दी जाने वाली वित्तीय सहायता चीता लाने के प्रयासों, आवास प्रबंधन, संरक्षण, पारिस्थितिकी-विकास, कर्मचारी प्रशिक्षण और पशु चिकित्सा स्वास्थ्य देखभाल पर व्यय की जाएगी।

डॉ. उत्तिया भट्टाचार्य
कार्यकारी निदेशक (कॉर्पोरेट संचार)
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड